मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव,दुष्कर्म की घटनाएं

डूंगरपुर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल सोमवार देर शाम को रामबोला मठ के दिव्य नवकुंडात्मक श्रीराम महायाग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए डूंगरपुर पहुंचे।पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव,दुष्कर्म की घटनाएं
शहर के रवींद्रनाथ टैगोर कॉलोनी स्थित वाई के. शर्मा के निवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए सिंघल ने देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के पीछे पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोगों में आचरण शिक्षा पद्धति की कमी होने से इस तरह की घटनाएं हो रही है। शिक्षा प्रणाली में नैतिक शिक्षा की कमी से इंसान जानवरों जैसा बनता जा रहा है। उन्होंने अयोध्या रामजन्म भूमि को लेकर कहा कि देश की राजनीति रामजन्म भूमि का निर्माण नहीं होने दे रही है। वर्ग विशेष के वोट बैंक को खुश करने के लिए सरकारें सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही लागू नहीं कर रही है। उन्होंने धर्मांतरण के मामले में हिमाचल प्रदेश का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के गरीब आदिवासी लोगों को प्रलोभन तथा भय दिखाकर धर्मांतरण करवाया जा रहा है। जिस पर हिंदू संगठनों ने कोर्ट की शरण ली थी। इस पर हाईकोर्ट ने प्रलोभन व भय के आधार पर धर्मांतरण करने पर रोक लगा रखी है। यह रोक पूरे देश में लागू है। इसके बावजूद भी राजनीति के कारण यह फैसला लागू नहीं हो पा रहा है।

विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के डूंगरपुर आगमन पर विहिप के प्रकाश शर्मा, प्रकाश भट्ट, बजरंग दल के जिला संयोजक विमल सोनी, राजू भाई पंचाल, सहसंयोजक प्रीतेश चौबीसा, अमृत कलासुआ, गौतम भोई, वीरेंद्र भट्ट सहित कई लोगों ने स्वागत किया।

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