रविवार, 7 अप्रैल 2013

ग्रामीणों ने कानोड़ में फोड़ी मटकियां


ग्रामीणों ने कानोड़ में फोड़ी मटकियां 

बायतु. कानोड़ मुख्यालय पर शनिवार को पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीणों ने महापड़ाव डाला और अधिकारियों के सामने मटकियां फोड़ आक्रोश जताया। वहीं व्यापारियों ने हिरण शिकार प्रकरण को लेकर अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर ग्रामीणों के महापड़ाव को समर्थन दिया। ग्रामीणों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। किसान कमेटी के संयोजक तेजाराम जाजड़ा ने बताया कि पिछले एक वर्ष से कानोड़ के लोग पेयजल के लिए जूझ रहे हैं। समस्या समाधान को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे। इसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि दिनोंदिन बढ़ रही गर्मी में पानी नहीं मिलने से पशुधन को बचाना पशुपालकों के लिए चुनौती बन गया है। ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे 40 पर मटकियां फोड़ी। पीएचईडी के आर.सी मिश्रा, तहसीलदार महावीर जैन, पीएचईडी के एईएन संजय जैन मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों से समझाइश की। लेकिन ग्रामीण लिखित आश्वासन की मांग पर अड़ गए। इस पर एक्सईएन मिश्रा ने कहा कि मंगलवार तक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए ट्रैक्टर से टंकिया लगाई जाएगी। उसके बाद टैंकर व लाइन से सप्लाई शुरू की जाएगी।अधिकारियों ने कहा कि अवैध कनेक्शन बड़ी समस्या है। इस पर तहसीलदार व थानाधिकारी गिड़ा धनाराम ने कहा कि जब भी जाब्ता चाहेंगे तैयार मिलेगा। इस मौके पर किसान समिति के तेजाराम जाजड़ा, बाबूसिंह राजपुरोहित, सवाईसिंह, ओमसोनी, रामसिंह, हीराराम, सरपंच पन्नी कंवर, पेमाराम, रमेश सोनी, पाबूसिंह, बाबूसिंह शर्मा, जेठाराम लोल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। 

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