रविवार, 7 अप्रैल 2013
डैम में पानी नहीं है तो क्या उसमें पेशाब कर दूं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार बोले!
लोकसभा चुनावों से पहले बड़बोले बयानों का दौर जोरों पर है पर जिम्मेदार पद पर बैठे राजनेताओं से बयानों में मर्यादा बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है। लेकिन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य में सूखे की हालत पर ऐसा बयान दिया है कि सुनने वाले भी शर्मशार हो जाएं।
अजित पवार एनसीपी नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के भतीजे हैं। उन्होंने रविवार को पुणे की एक सभा में कहा कि सोलापुर में एक आदमी 55 दिन से डैम में पानी छोड़ने की मांग को लेकर अनशन कर रहा है। मिला उसे पानी, अब पानी ही नहीं है तो क्या छोड़ें, क्या अब वहां पेशाब कर दें। जब हमें पीने के लिए पानी ही ठीक से नहीं मिल रहा है तो पेशाब भी कहां से आएगा। ऐसा शर्मनाक बयान देते हुए वे खुद भी हंस रहे थे और उन्हें सुनने वाले श्रोता भी हंस रहे थे।
मालूम हो कि एक किसान करीब दो महीनों से अपने सूखे खेत में सिंचाई के लिए डैम में पानी छोड़ने की मांग को लेकर अनशन पर बैठा हुआ है। महाराष्ट्र में लोग सूखे से परेशान हैं लेकिन नेताओं पर इसका असर नहीं दिख रहा है। नेता सूखे का भी मज़ाक उड़ा रहे हैं। पवार को पुणे में एक रैली को संबोधित करना था लेकिन उनकी रैली किसी वजह से रद्द हो गई। हालांकि जब उन्होंने यह आपत्तिजनक बयान दिया तो कम से कम एक हजार लोग सभा में मौजूद थे।
बीजेपी ने अजित के बयान पर आपत्ति जताई है। बीजेपी नेता सिन्हा एनसी का कहना है कि अगर कोई आदमी जानकारी न होने पर बयान दे तो अलग बात है। लेकिन ऐसी मुश्किल घड़ी में जनता के साथ खड़े होने की बजाए ऐसा अश्लील और भद्दा बयान देना गलत है। यह महाराष्ट्र की राजनीति का सबसे निचला स्तर है।
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