सोमवार, 1 अप्रैल 2013

भाइयों से भी शादी की प्रथा

भाइयों से भी शादी की प्रथा
 

हिंदुओं में अगर पत्नी जीवित है तो एक से अधिक शादी करना वर्जित है। यही नियम पत्नी पर भी लागू होता है। महाभारत में दौपद्री के पांच पति थे, वह चाहे कुछ भी रहा हो। देश के कुछ हिस्सों में आज भी यदा-कदा महाभारत की यह प्रथा नजर आ जाती है। एक गांव है देहरादून के पास जहां कुछ परिवारों में आज भी यह प्रथा जारी है। 21 साल की राजो वर्मा भी इसी तरह की एक महिला है। वह एक कमरे के घर में अपने परिवार के साथ रहती है। खास बात यह है कि उसके पांच पति हैं।

सभी-यानी बच्चे , पति और मां एक साथ एक कमरे में कंबल बिछा कर सोते हैं। राजो हर रात अलग-अलग पति के साथ बिताती है। उसे पता ही नहीं है कि उसका 18 महीने का बेटा जय उसके किस पति से है। देहरादून के पास एक छोटे से गांव में रहने वाली राजो की शादी गांव के पांच भाइयों के साथ हुई है।

इस हैपी फैमिली में राजो के पांच पतियों में 32 साल का बज्जू वर्मा, 28 साल का संत राम वर्मा, 26 साल का गोपाल वर्मा, 21 साल का गुड्डू वर्मा और राजो से भी छोटा उसका पांचवां पति 19 साल का दिनेश वर्मा है।

असल में देहरादून के इस छोटे से गांव में यह परंपरा है कि औरत को अपने पति के अन्य भाइयों से भी शादी करनी होती है। राजो की असल में गुड्डू के साथ शादी हुई थी। उसके बाद उसने परंपरानुसार गुड्डू के अन्य भाइयों के साथ भी शादी कर ली। हाल ही में इनका सबसे छोटा भाई दिनेश भी राजो का पति बन गया है।

राजो के पहले पति गुड्डू का कहना है कि उसे कभी यह दिक्कत पेश नहीं आई और न ही जलन हुई कि राजो उसके अलावा उसके चार और भाइयों के साथ भी रहती है।

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