गौर करने वाली बात यह है कि यह मेडिकल स्टोर रेड लाइट एरिया में नहीं है। यह मेडिकल स्टोर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जैसे बड़े रेलवे स्टेशन में स्थित है। लगभग साल भर पहले प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर खुले श्री रामकृष्ण मेडिकल हॉल में दवाओं की बिक्री का सर्वे हैरान कर देता है।इस दवा दुकान में सामान्य बीमारियों की दवाएं रखी गई हैं और जीवनरक्षक दवाएं भी हैं। दुकान संचालक से बात करने पर पता चला कि यहां सबसे अधिक कंडोम बिकता है।
मंगलवार, 2 अप्रैल 2013
आखिर क्यों बिकते हैं इस स्टेशन पर सबसे ज्यादा कंडोम !
रायपुर। ऐसा माना जाता है कि दुनिया के सभी मेडिकल स्टोर्स में जीवनरक्षक दवाएं सबसे ज्यादा बिकती होंगी, लेकिन एक दुकान ऐसी है जहां दिन भर में उल्टी बुखार सर्दी खांसी की दवा एक दिन में भले ही एक भी न बिके, लेकिन कंडोम की बिक्री हैरान कर देने वाली है।
गौर करने वाली बात यह है कि यह मेडिकल स्टोर रेड लाइट एरिया में नहीं है। यह मेडिकल स्टोर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जैसे बड़े रेलवे स्टेशन में स्थित है। लगभग साल भर पहले प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर खुले श्री रामकृष्ण मेडिकल हॉल में दवाओं की बिक्री का सर्वे हैरान कर देता है।इस दवा दुकान में सामान्य बीमारियों की दवाएं रखी गई हैं और जीवनरक्षक दवाएं भी हैं। दुकान संचालक से बात करने पर पता चला कि यहां सबसे अधिक कंडोम बिकता है।
दुकान में 15 रुपए से लेकर 100 रुपए की कीमत के कंडोम उपलब्ध हैं।बिक्री के मामले में दूसरे नंबर पर यौन उत्तेजना को बढ़ा देने वाला मैन फोर्स और एक्स्ट्रा टाइम जैसा उत्पाद है, भास्कर डॉट कॉम के संवाददाता ने रात को केवल आधे घंटे इस दुकान पर बिना पहचान बताए बिताए तो वहां 14 ग्राहक केवल कंडोम खरीदने पहुंचे। और तीन ग्राहकों ने मैन फोर्स की दवा मांगी।दुकानदार ने बातचीत में बताया कि दवा दुकान में कंडोम के अलावा आई कैन जैसी गर्भधारण जांच के लिए इस्तेमाल होने वाले किट की भी जम कर बिक्री होती है। अनवांटेड-72 और आईपिल जैसी गर्भधारण को रोकने वाली दवाएं खरीदने वाले रेल यात्रियों की कमी नहीं है।दुकानदार का कहना है कि इन उत्पादों को खरीदने वाले ग्राहक ज्यादातर एयर कंडिशन बोगीयों में सफर करने वाले होते हैं, इस मेडिकल स्टोर में बुखार, उल्टी, दस्त, ब्लडप्रेशर, शुगर और खांसी की दवा लेने वाले लोगों की भी कमी नहीं है. लेकिन इन उत्पादों की तुलना में कंडोम चार गुना अधिक बिकता है।जब हमारे रिपोर्टर ने एसी बोगियों के कोच का जायजा लिया तो वहां भी कंडोम के कई यूज्ड मटेरियल दिखाई पड़े। इस संबंध में हमने यात्रियों से बात करने की कोशिश भी कि तो उन्होंने इसके बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया।एड्स जैसी बीमारी से सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर कंडोम की अधिक बिक्री सु:खद संकेत है लेकिन रेलवे स्टेशन पर औसत से अधिक इसकी बिक्री होना समझ से परे है। ट्रेन में रोजाना सफर करने वाले एक यात्री का कहना है कि ट्रेन में समलैंगिक और तीसरे जेंडर के लोग इस तरह के काम में लिप्त देखे गए हैं। कंडोम की अधिक बिक्री इसकी भी एक वजह हो सकता है।
गौर करने वाली बात यह है कि यह मेडिकल स्टोर रेड लाइट एरिया में नहीं है। यह मेडिकल स्टोर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जैसे बड़े रेलवे स्टेशन में स्थित है। लगभग साल भर पहले प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर खुले श्री रामकृष्ण मेडिकल हॉल में दवाओं की बिक्री का सर्वे हैरान कर देता है।इस दवा दुकान में सामान्य बीमारियों की दवाएं रखी गई हैं और जीवनरक्षक दवाएं भी हैं। दुकान संचालक से बात करने पर पता चला कि यहां सबसे अधिक कंडोम बिकता है।
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"समलैंगिक और तीसरे जेंडर के लोग इस तरह के काम में लिप्त देखे गए हैं। कंडोम की अधिक बिक्री इसकी भी एक वजह हो सकता है।" - इस बात में दम है. रेल में ऐसे लोग बहुत मिलते हैं. मैं अपनी आँखों देखी बता रहा हूँ. झाँसी से दिल्ली जाते वक्त ऐसा कई बार देखा.
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