पूछताछ में पता चला कि 8 से 12 साल के इन दोनों बच्चों से देवा और सीताराम नाम के शातिर चोर चोरी करवाया करते थे। इन दोनों बच्चों की मदद से इन चोरों ने देश के 15 राज्यों में 500 से अधिक चोरियों करवाई हैं।इन बच्चों के चोरी का अंदाज बिल्कुल अनोखा है। अच्छे कपड़े पहनकर दोनों बच्चे शादी पार्टी समारोह वाले जगहों में घुस जाया करते थे। बच्चे होने की वजह से इन पर कोई शक नहीं करता था। इसके लिए एक दिन पहले ही जगह की रैकी कर ली जाती थी।बच्चों को समारोह के दौरान यदि पकड़ भी लिया जाता था तो वे यह बता कर भाग निकलते थे कि उन्हें भूख लगी थी, इसलिए वे अंदर आ गए। इन बच्चों की मदद से कई बैंकों में भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया गया है।चौंकाने वाली बात यह है कि जिस गांव में ये बच्चे रहते हैं, वह सांसी जनजाति के लोगों का गांव है।इस गांव के लगभग सभी घरों के एक-एक सदस्य चोरी को व्यवसाय की तरह करते हैं। यही वजह है कि सांसी जनजाति के गांव में जब पुलिस इन्हें पकड़ने जाती है तो भारी विरोध का सामना करना पड़ता है। मध्यप्रदेश पुलिस की मदद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने होटल में चोरी करनेवाले आरोपियों को पकड़ लिया है। उनसे चोरी किए गए 8 लाख के सामान भी बरामद कर लिए गए हैं।
मंगलवार, 2 अप्रैल 2013
चोर गांव के नन्हें सरदार, 15 राज्यों की पुलिस को दे चुके हैं चकमा !
बिलासपुर-रायपुर। चोरी की कोई उम्र नहीं होती भारतीय कानून में भले ही 10-12 साल के बच्चों के अपराध के लिए कोई सजा न हो, लेकिन इस वारदात को जानकर कानून बनाने वाले भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। छोटे-छोटे मासूम-से दिखने वाले बच्चों ने देश के 15 राज्यों में 500 से अधिक चोरी की वारदातों को शातिराना तरीके से अंजाम दिया है।
4 दिसंबर, 2012 को उस समय बिलासपुर के ईस्ट पार्क होटल में सगाई समारोह की तैयारी चल रही थी। यहां अज्ञात चोरों ने 10 लाख के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। पुलिस ने जब होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पुलिस होश उड़ गए।सीसीटीवी फुटेज में चोरी करने वाले की तस्वीरें तो कैद हुईं, लेकिन चोर इतने छोटे थे कि कैमरे में इनकी तस्वीरें बड़ी मुश्किल से कैद हो पाईं। पुलिस के पास इन्हें पकड़ने के लिए इन तस्वीरों के अलावा कुछ भी नहीं था।चार राज्यों में पुलिस इनकी तलाश में जुटी रही, तब जाकर कहीं इन चोरों तक पहुंच पाई। इन्हें पकड़ने के बाद जो जानकारियां सामने आई, वो किसी को भी हैरान कर सकते हैं। सीसीटीवी फुटेज में जो बच्चे चोरी करते दिख रहे हैं, वे मध्य प्रदेश के करिया पांती पचौर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
पूछताछ में पता चला कि 8 से 12 साल के इन दोनों बच्चों से देवा और सीताराम नाम के शातिर चोर चोरी करवाया करते थे। इन दोनों बच्चों की मदद से इन चोरों ने देश के 15 राज्यों में 500 से अधिक चोरियों करवाई हैं।इन बच्चों के चोरी का अंदाज बिल्कुल अनोखा है। अच्छे कपड़े पहनकर दोनों बच्चे शादी पार्टी समारोह वाले जगहों में घुस जाया करते थे। बच्चे होने की वजह से इन पर कोई शक नहीं करता था। इसके लिए एक दिन पहले ही जगह की रैकी कर ली जाती थी।बच्चों को समारोह के दौरान यदि पकड़ भी लिया जाता था तो वे यह बता कर भाग निकलते थे कि उन्हें भूख लगी थी, इसलिए वे अंदर आ गए। इन बच्चों की मदद से कई बैंकों में भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया गया है।चौंकाने वाली बात यह है कि जिस गांव में ये बच्चे रहते हैं, वह सांसी जनजाति के लोगों का गांव है।इस गांव के लगभग सभी घरों के एक-एक सदस्य चोरी को व्यवसाय की तरह करते हैं। यही वजह है कि सांसी जनजाति के गांव में जब पुलिस इन्हें पकड़ने जाती है तो भारी विरोध का सामना करना पड़ता है। मध्यप्रदेश पुलिस की मदद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने होटल में चोरी करनेवाले आरोपियों को पकड़ लिया है। उनसे चोरी किए गए 8 लाख के सामान भी बरामद कर लिए गए हैं।
पूछताछ में पता चला कि 8 से 12 साल के इन दोनों बच्चों से देवा और सीताराम नाम के शातिर चोर चोरी करवाया करते थे। इन दोनों बच्चों की मदद से इन चोरों ने देश के 15 राज्यों में 500 से अधिक चोरियों करवाई हैं।इन बच्चों के चोरी का अंदाज बिल्कुल अनोखा है। अच्छे कपड़े पहनकर दोनों बच्चे शादी पार्टी समारोह वाले जगहों में घुस जाया करते थे। बच्चे होने की वजह से इन पर कोई शक नहीं करता था। इसके लिए एक दिन पहले ही जगह की रैकी कर ली जाती थी।बच्चों को समारोह के दौरान यदि पकड़ भी लिया जाता था तो वे यह बता कर भाग निकलते थे कि उन्हें भूख लगी थी, इसलिए वे अंदर आ गए। इन बच्चों की मदद से कई बैंकों में भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया गया है।चौंकाने वाली बात यह है कि जिस गांव में ये बच्चे रहते हैं, वह सांसी जनजाति के लोगों का गांव है।इस गांव के लगभग सभी घरों के एक-एक सदस्य चोरी को व्यवसाय की तरह करते हैं। यही वजह है कि सांसी जनजाति के गांव में जब पुलिस इन्हें पकड़ने जाती है तो भारी विरोध का सामना करना पड़ता है। मध्यप्रदेश पुलिस की मदद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने होटल में चोरी करनेवाले आरोपियों को पकड़ लिया है। उनसे चोरी किए गए 8 लाख के सामान भी बरामद कर लिए गए हैं।
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