बुधवार, 3 अप्रैल 2013

शीतला माता का पूजन कर ठंडे भोजन का भोग लगाया


शीतला माता का पूजन कर ठंडे भोजन का भोग लगाया 



बाड़मेर जिले भर में मंगलवार को शीतला सप्तमी का पर्व श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया। संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाने, चेचक रोग से बचाने वाली शीतला माता को ठंडे का भोजन और पकवानों का भोग लगाया गया। महिलाओं ने शीतला सप्तमी को लेकर एक दिन पहले ही सोमवार को पकवान बना लिए। अगले दिन मंगलवार को जल्दी उठ कर घर के सदस्यों ने सज-धजकर शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना की और शीतला माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाया।
जो श्रद्धालु मंदिर नहीं जा सके उन्होंने अपने-अपने घरों में पेयजल स्थल 'परींडे' पर मटकी की पूजा-अर्चना की। मटकी पर स्वास्तिक बनाया गया और ठंडे भोजन और भांति-भांति के पकवान माता को प्रसन्न करने के लिए अर्पित किए।
स्वच्छता-आरोग्यता की अधिष्ठात्री शीतला माता: मान्यता है कि भगवती शीतला के इस आधि दैविक स्वरूप के चित्रण में स्वच्छता एवं आरोग्यता की अधिष्ठात्री के दर्शन होते हैं। देवी अपने दाहिने हाथ में झाडू लिए हैं जो स्वच्छता का प्रेरक है। देवी के हाथ में कलश स्वच्छ एवं शीतल जल के सेवन की बात सिखाता है। शीतला माता गर्दभ पर आरूढ़ बताई गई है। इसका तात्पर्य इनके पूजन पर समाज के सभी वर्गों का अधिकार है तथा इनकी आराधना में किसी प्रकार के आडंबर की जरूरत नहीं है।
शीतला सप्तमी यानी ठंडा भोजन
शीतला सप्तमी पर बासी भोजन करने का महत्व है। इस दिन अधिकांश घरों में चूल्हा नहीं जलाया गया। भगवती को बासी भोजन का ही भोग लगाया गया। एक दिन पूर्व महिलाओं ने खाना बना लिया। भोजन में दही, छाछ और घी से कई तरह के पकवान बनाए।नमकीन पूड़ी, मीठी पूड़ी, दाल की पूड़ी, दही, रायता, करबा, हलुवा, लापसी, पुलाव, दही बड़े और कई प्रकार की मिठाइयां छठ के दिन ही बना ली। शीतला सप्तमी के दिन माता को भोग चढ़ाकर प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया गया।
गुड़ामालानीत्न भेडाणा ग्राम पंचायत पर शीतला माता का मेला भरा गया। मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की तथा माता को धोक दी। इस दिन ग्रामीणों ने ठंडा (बासी) भोजन किया। ठंडा खाने की तैयारी घरों में एक दिन पूर्व कर ली गई है। मेले में दिनभर खरीदारी का दौर जारी रहा। प्रशासन एवं पुलिस बंदोबस्त से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। ग्रामसेवक नाहर सिंह ने बताया कि मेले में दुकानदारों को पूर्व में ही दुकानें आवंटित कर दी गई।




 

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