सरकार के खिलाफ राजधानी में "आक्रोश" रैली
जयपुर। केन्द्र के अनुरूप वेतनमान का लाभ सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों ने शुक्रवार को सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकी.) की अगुवाई में उद्योग मैदान से विधानसभा तक इस रैली में एक दर्जन से अधिक विभागों के करीब 10 हजार कर्मचारी शामिल हुए।
खबर लिखे जाने तक कर्मचारियों का हुजूम विधानसभा के पास डटा हुआ है और विधानसभा और कर्मचारियों के एक प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता जारी है।
वात्ताü के लिए विधानसभा में प्रवेश पूर्व महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि कर्मचारियों को छठा वेतनमान केन्द्र के अनुरूप नहीं दिया गया और अस्थाई कर्मचारियों को भी नियमित नहीं किया गया है। यह मांगे सरकार जब तक पूरी नहीं करेगी कर्मचारी आंदोलन करते रहेंगे।
प्रतिनिधि मंडल में ये लोग हैं शामिल
1. महेन्द्र सिंह, प्रदेशाध्यक्ष,अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकी.)।
2. नकवी,प्रदेश महामंत्री,प्रदेशाध्यक्ष,अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकी.)।
3. राजेन्द्र राणा, अध्यक्ष,नर्सेज कोर कमेटी।
4. भंवर पुरोहित,बीकानेर अध्यक्ष,प्रदेशाध्यक्ष,अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकी.)।
5. विपीन शर्मा,प्रदेशाध्यक्ष,प्राथमिक,माध्यमिक शिक्षक संगठन।
6. केसर सिंह चंपावत,प्रदेशाध्यक्ष,प्रबोधक संघ।
7. बाबू सिंह,प्रदेशाध्यक्ष,शिक्षाकर्मी संघ।
8. हंसा त्यागी,प्रदेशाध्यक्ष,मंत्रालय कर्मचारी संघ।
9. महेन्द्र क्षेत्रिय,अध्यक्ष,कम्प्यूटर शिक्षक संघ।
10. वीपी सिंह नरूका,प्रेरक संघ।
11. राखी गहलोत,प्रदेशाध्यक्ष,आंगनबाड़ी संघ। और विजय सोनी आदि।
निजी स्कूल संचालकों का भी हंगामा
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन शनिवार को स्वयंसेवी शिक्षण संस्थाओं के संचालकों ने निजी स्कूलों की फीस पर नियंत्रण करने वाले विधेयक का जमकर विरोध किया। स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ राजस्थान की अगुवाई में विधेयक के खिलाफ विरोध रैली निकाली गई जो उद्योग मैदान से विधासनसभा पहुंची। विधानसभा पहुंचकर निजी स्कूल संचालकों ने "राजस्थान विद्यालय विधेयक" के विरोध में करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन और नारेबाजी की। विधानसभा में विधेयक पारित नहीं कराने के लिए सरकार से बातचीत करने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा के नाम ज्ञापन देने के लिए संघ की ओर से 6 सदस्यीय प्रतिनिधी मंडल विधानसभा पहुंचा।
बजट सत्र का आखिरी दिन
बजट सत्र का शुक्रवार को अंतिम दिन है। विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति की गुरूवार को अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत के साथ हुई बैठक में पूर्व निर्धारित एजेण्डे में फेरबदल किया गया। बैठक के बाद सरकारी मुख्य सचेतक रघु शर्मा ने बीएसी की रिपोर्ट पेश की,जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूर किया। सदन शुक्रवार को 9 विधेयकों पर विचार करेगा। इनमें निजी स्कूलों की फीस पर नियंत्रण करने वाला विधेयक शामिल हैं।
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