रविवार, 10 मार्च 2013

गोली-पत्थर से पुलिस को बचाएगा "एफबीपी"

गोली-पत्थर से पुलिस को बचाएगा "एफबीपी"
जयपुर। आए दिन होने वाले प्रदर्शनों में और हिंसक भीड़ से बचने के लिए पुलिस जवानों को अब फुल बॉडी प्रोटेक्टर (एफबीपी) से लैस किया जाएगा। इससे पहनने के बाद जवान ईंट-पत्थरों की बौछार होने पर भी भीड़ को काबू कर सकेंगे। शुरूआती दौर में जयपुर कमिश्नरेट, भरतपुर और दो अन्य बटालियन के करीब 350 पुलिसकर्मियों को फुल बॉडी प्रोटेक्टर मुहैया कराया जाएगा।

गुर्जर आंदोलन और गोपालगढ़ में हुए दंगों के अलावा आए दिन होने वाले आंदोलनों में कई पुलिसकर्मी और अफसर घायल हुए थे। इनसे सबक लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों को स्मार्ट बनाने और उनकी सुरक्षा के लिए एफबीपी व अन्य सुरक्षा उपकरण खरीदने को प्रस्ताव तैयार किया, जिसे राज्य सरकार ने भी मंजूरी दे दी।

खरीद चल रही है
पुलिस को स्मार्ट बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया था, जो स्वीकृत हो चुका है। अब सुरक्षा उपकरणों की खरीद चल रही है।
यू.आर. साहू, एडीजी (पुलिस कल्याण व आधुनिकीकरण)

खरोंच तक नहीं आएगी
फुल बॉडी प्रोटेक्टर शरीर के लिए तरह से कवच का काम करेगा। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि लाठीचार्ज और पथराव के दौरान इसे पहनने वाले जवान को खरोंच तक ना आए। इसके अलावा शरीर के महत्वपूर्ण और संवदेनशील अंग भी सुरक्षित रहेंगे। इसे पहनकर कोई भी जवान उपद्रवियों के बीच घुसकर उन्हें काबू कर सकता है। अगर भीड़ उस पर हमला कर दे या ईट-पत्थरों की बौछार भी कर दे तो पुलिसकर्मी को चोट नहीं आएगी।

हेलमेट भी होगा बुलेट पू्रफ
पुलिसकर्मियों को बुलेटप्रूफ हेलमेट, जैकेट, सुपर-कब और मल्टीपरपज बेल्ट भी दिए जाएंगे। बुलेटप्रूफ हेलमेट और जैकेट पहनने वाला जवान उपद्रव के दौरान भीड़ की तरफ से फायरिंग होने पर भी सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा कम वजन वाले सुपर-कब और मल्टीपरपज बेल्ट में कानून-व्यवस्था बनाए रखने से जुड़ी सामग्री रखी जा सकेगी। मसलन, वायरलेस, मोबाइल, पिस्टल, कारतूस, हथकड़ी, दस्ताने, टार्च और चाकू और डंडा।

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