गहलोत के बजट में ग्रामीण विकास पर जोर
जयपुर। चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य बजट पेश करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान रखा। कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के तहत बजट में दिल खोलकर घोषणाएं की गई। गहलोत ने अपने बजट में शहरी विकास के साथ ही ग्रामीण विकास पर भी पूरा जोर दिया और कई महत्वपूर्ण घोष्ाणाएं कीं। बजट में सभी वर्गो के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं घोष्ाणाएं की गई।
ग्रामीण सड़कों के लिए 650 करोड़
मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में विशेष सड़क निर्माण निधि बनाने की घोषणा करते हुए 650 करोड़ रूपए की लागत से 6000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2300 किलोमीटर सड़कों का निर्माण जारी है और 663 गांवों को सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसपर करीब 585 करोड़ की लागत आएगी। सार्वजनिक निर्माण विभाग 1400 गांवों में विश्व बैक की सहायता से सड़क निर्माण होगा। इसमें 417 गांवों को प्रथम चरण में लिया जाएगा। 514 गांवों में से195 गांव में 172 किमी सड़क बनाई जाएगी। सड़क विस्तार के तहत छह हजार किमी सड़के बनाएंगे 2043 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसमें गंगापुर नादोती सिंकंदरा, चाकसू फागी दूदू, मंडी ,बाली पिडवाडा ,टोंक नगर नेनवा आदि में सड़कें।
नहीं बढ़गा बिजली का बिल
बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने किसानों और बीपीएल परिवारों को विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें बिजली के बिल में राहत प्रदान की है। उन्होंने घोषणा की है कि कृषि और बीपीएल परिवारों के लिए बिजली के बिल में बढ़ोतरी नहीं होगी।
बीपीएल परिवारों को सीएफएल
ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत समस्याओं के निवारण के लिए कई घोष्ाणाएं हुई। वहीं शेखावाटी क्षेत्र को सड़क मार्गो की सौगात दी। बजट में सौर ऊर्जा के साथ ही पवन ऊर्जा को भी बढ़ावा देने के लिए परियोजनाओं की घोष्ाणा की गई। कृष्ाों के लिए विशेष्ा पैकेज दिए गए। वहीं बीपीएल परिवारों को रोशन करने के लिए सीएफएल का उपहार दिया गया।
घोषणाओं की झड़ी:
- राइट टू हैल्थ के तहत बड़ा कदम
- किसानों को ब्याज मुक्त ऋण योजना
- पिछले साल 36364 करोड राजकीय योजना
- वर्तमान वष्ाü की 40145 करोड़ राजकीय योजना
- राजकीय 1.23 लाख नियुक्तियां दी गई है अब तक
- निजी क्षेत्र 3.40 लाख युवाओं को रोजगार
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