सोमवार, 25 मार्च 2013

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके बेटे वैभव पर फर्जीवाड़े का आरोप

ashok gahlot with son vaibhav gahlot

जयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव किरीट सोमैया ने आमेर में चल रहे एक 7 स्टार होटल ट्रीटोन को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव और उसके मित्रों पर 100 करोड़ रुपए की गंभीर अनियमितता के आरोप लगाए हैं। सोमैया ने कहा कि इस होटल में 50 प्रतिशत शेयर वैभव के दोस्त रतन कांत शर्मा के नाम और 50 प्रतिशत शेयर मारीशस की एक कंपनी के है। उन्होंने आरोप लगाया कि मॉरेशियस की कंपनी सिवनार होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिडेट का कोई मालिक ही नहीं है, ये फर्जी एड्रेस वाली वैभव गहलोत परिवार की बेनामी कंपनी है।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में सोमवार को पत्रकारवार्ता में किरीट सोमैया ने दस्तावेजों का एक पुलिंदा भी सौंपा। डेढ़ घंटे तक पत्रकार उनसे मामला समझने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे ढंग से जवाब नहीं दे पाए। सोमैया ने कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत की कंपनी सनलाइट में डायरेक्ट एक रतनकांत शर्मा को बना रखा है। इस रतनकांत शर्मा की एक दूसरी कंपनी का ये 7 स्टार होटल है। भाजपा का आरोप है कि गहलोत परिवार से जुड़े होने की वजह से बाहर का पैसा गैर कानूनी तरीके से भारत आया है। इस होटल के 100 रुपए के शेयर को मारीशस की कंपनी ने 40 हजार रुपए में खरीदा है।
उन्होंने कहा कि दस्तावेजों से वैभव गहलोत और रतनकांत शर्मा के बीच पारिवारिक और व्यापारिक रिश्ते साबित होते हैं। सौमैया ने कहा कि वे रविवार को मुंबई के मलाड क्षेत्र में रहने वाले रमाकांत शर्मा के फ्लैट पर जाकर आए है, उसकी कोई हैसियत नहीं है कि वो करोड़ों रुपए का होटल बना सके। उन्होंने रमाकांत शर्मा को भी गहलोत परिवार के व्यापार का चेहरा बताया। सोमैया ने आरोप लगाया कि खेल गहलोत परिवार की ओर से खेला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मारीशस की जिस कंपनी ने महंगे दामों पर 50 प्रतिशत शेयर खरीदे, उसका कोई अता-पता नहीं है। वो पोस्ट ऑफिस बॉक्स एड्रेस दे रखा है। ऐसे में इसकी जांच होनी चाहिए।

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