बुधवार, 20 मार्च 2013
प्रेम में पागल बेटी मां-बाप और भाईयों को जहर पिलाकर प्रेमी संग फरार
पाटण (गुजरात)। मां-बाप के लिए बेटी आंख का तारा होती है तो बेटी के लिए उसके मां-बाप देवतुल्य। लेकिन पाटण तहसील के वायड गांव में यह कहावत उल्टी पड़ गई, जब एक बेटी ने अपने मां-बाप सहित दो भाईयों को चाय में जहर मिलाकर दे दिया। इसके बाद बेटी प्रेमी के साथ फरार हो गई। पीड़ितों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां मां व दोनों भाईयों की हालत में सुधार है, लेकिन पिता की हालत गंभीर है।
घटना मंगलवार की है। वायड गांव में रहने वाले पोपटजी चंदुजी उनकी पत्नी सकरीबेन, दो बेटे लालसिंह व गेनसंगजी को चाय पीने के कुछ देर बाद ही चक्कर और उल्टियां आने लगीं। कुछ ही देर में चारों की हालत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए। जैसे ही इसकी खबर पड़ोसियों को लगी, उन्होंने तुरंत चारों को अस्पताल में भर्ती कराया।ग्रामीणों ने चारों को पाटण स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस समय तक चारों की हालत काफी बिगड़ चुकी थी, इसलिए उन्हें आईसीयु में शिफ्ट किया गया। सकरीबेन के होश में आने के बाद पुलिस ने उनका बयान लिया।पुलिस इंस्पेक्टर आर.जी. परमार ने बताया कि बेटी मंजुलाबेन ने सुबह दूध में कीटनाशक मिला दिया था। और इसी दूध की चाय बनाकर चारों को दे दी। घटना के बाद से ही मंजुला फरार है। परिजनों के अनुसार वह अपने प्रेमी संग घर से भाग गई है।प्राप्त जानकारी के अनुसार मंजुला का कानोसण में रहने वाले एक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। यह बात मंजुला के परिजनों को पता थी, लेकिन वे इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे। रविवार शाम को भी इसी बात को लेकर परिजनों और मंजुला के बीच बहस हुई थी। इसीलिए उसने रविवार सुबह जहरीली चाय बनाकर चारों को ही खत्म करने का फैसला कर लिया। जब चारों बेहोश हो गए तो वह घर से फरार हो गई।बताया जाता है कि मंजुला के साथ उसका प्रेमी भी फरार है। इसलिए पुलिस भी अब यही मान रही है कि इसके पीछे मंजुला का ही हाथ है। हालांकि अभी तक परिजनों ने मंजुला के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करवाया है।
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