जोजरी नदी मामले में राजस्व मंत्री को घेरा
जयपुर। जोधपुर की जोजरी नदी के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण के मामले पर मंगलवार को सत्तापक्ष के विधायक कर्नल सोनाराम ने सरकार को घेरा। मामले में प्रतिपक्ष के सदस्यों ने राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी पर आरोप लगाए।
प्रश्नकाल में भाजपा के विधायक बाबूसिंह राठौड़ ने जोधपुर की जोजरी नदी के बहाव क्षेत्र में हुए अतिक्रमण के मामले में राजस्व मंत्री चौधरी से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अतिक्रमण कहां तक हुआ है और सरकार इसको हटाने के लिए क्या कर रही है। जवाब में हेमाराम चौधरी ने माना कि नदी क्षेत्र में अतिक्रमण हुआ है।
इस संबंध में विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। कमेटी का गठन कर भूमि का चिह्निकरण किया गया है और संबंधित अतिक्रमियों को नोटिस दिए जा रहे हैं। मंत्री के जवाब पर बाबू सिंह राठौड़ ने आरोप लगाया कि नदी क्षेत्र में सरकार की मिलीभगत से अतिक्रमण हुआ है।
इस दौरान कांग्रेस विधायक कर्नल सोना राम ने कहा कि मिली भगत से हुए अतिक्रमण के कारण क्षेत्र की हजारों एकड़ जमीन बर्बाद हो गई है। लोगों को पानी नहीं मिल रहा है, क्षेत्र में हालात खराब है। वहीं भाजपा की सूर्यकांता व्यास सहित विभिन्न विधायकों ने सरकार और मंत्री पर लापरवाही और मिली भगत के आरोप जड़े।
पुराने मामलों में लागू नहीं नियम
सदन में कांग्रेस के विधायक सुरेन्द्र सिंह जाडावात ने जयपुर विकास प्राधिकरण से अधिग्रहित भूमि पर मुआवजे के संबंध में सवाल पूछते हुए बीस साल पुराने केस में इस नियम के लागू होने की जानकारी मांगी।
जवाब में मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि 27 अक्टूबर 2005 के आदेश के तहत जो भी व्यक्ति राजकार्य के लिए भूमि निशुल्क समर्पित करता है उसको बीस फीसदी आवासीय और पांच फीसदी कॉमर्शियल जमीन दी जाती है। 15 से 20 साल पहले के मामलों में उस समय जारी नियम ही लागू होंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें