सोमवार, 18 मार्च 2013

मर्डर के लिए गजनी के आमिर की तरह बनाई 15 लोगों की लिस्‍ट

गोरखपुर. इसकी उम्र लगभग 20 साल की होगी, लेकिन इलाके के लोग इसे इंसान की शक्ल में नरपिशाच की तरह देखते हैं। इसके पास पास फिल्म 'गजनी' के आमिर खान की तरह एक लिस्ट है, जिसमें से चुन-चुन कर लोगों का मारने का खूनी जुनून इसके सिर पर सवार है। उसकी इस लिस्ट में उसके गांव डुमरी और आस-पास के 15 लोगों के नाम थे। इनमें से उसने दो लोगों का क़त्ल कर दिया है।
मर्डर के लिए गजनी के आमिर की तरह बनाई 15 लोगों की लिस्‍ट
अब इस दरिन्दे की खूनी नजर बाकी 13 लोगों पर है। यह दरिंदा खुद कहता है कि उसे लोगों का बहता खून देखना अच्छा लगता है। इलाके में इसका खौफ इस कदर है कि जब यह जेल से छूट कर बाहर आया, इलाके में 8-10 किलोमीटर के भीतर सूरज ढलते ही कर्फ्यू जैसा माहौल हो जाता है।

पिछले 12 वर्षों के दौरान इसे किसी ने दिन के उजाले में नहीं देखा। सूरज ढलते ही इसके सर पर जुनून सवार हो जाता है और यह इलाके में निकल पड़ता है अपने गंडासे की प्यास बुझाने। गोरखपुर जिले की सहजनवां पुलिस ने गुरुवार की सुबह राकेश राज नाम के एक साइको किलर को गिरफ्तार किया। इसने बीती सोमवार की रात सहजनवा थाने द्वारा नियुक्त डुमरी निवास गांव के 80 वर्षीय चौकीदार पाले की गंडासे के वार से हत्या कर दी थी।

इस आदतन हत्यारे के ऊपर पहले से ही 5 मुक़दमें चल रहे हैं, जिनमें एक हत्या का, 3 जानलेवा चोट पहुंचाने का और एक एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा शामिल है। इतना ही नहीं, इसने पाले की हत्या करने के बाद मंगलवार और बुधवार की रात भी सुनील गौड़ और अशोक गौड़ को मारने के लिए उनके घर पर चढ़ाई की, लेकिन अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाया। अशोक के घर से भागने से पहले इसने अपने शिकार के घर पर जमकर पत्थरबाजी भी की। घटना से सदमे में आया अशोक का 6 साल का बेटा राकेश को डाकू कहकर बुलाता है।

सहजनवां के थानाध्यक्ष रामकार यादव पहले दर्ज किये गए मामलों के बारे में तो कुछ नहीं बोलते, लेकिन उन्होंने बताया कि राकेश के साइको होने की सूचना हमें मिली थी और इस हत्याकांड के बाद हमने रात में कई पार्टियां बना कर गांव के चारों ओर काम्बिंग की थी। पकड़े जाने पर पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूलते हुए उसने कहा कि उस रात वह खाना खाकर सोने जा रहा था तो उसे याद आया कि पाले को निपटाना है। इसलिए उसी वक़्त वह पाले की हत्या करने चला गया।

गोरखपुर एसएसपी शलभ माथुर ने कहा,"राकेश राज के बारे में जो जानकारी मिली है, वह वाकई चिंताजनक है। उसकी केस हिस्ट्री खोली जा रही है। हमारा प्रयास है कि जेल में उसकी मेडिकल और सायकोलॉजिकल काउंसलिंग करायी जाए, ताकि उसकी हिंसक प्रवृत्ति पर काबू पाया जा सके। मुक़दमे के दौरान पुलिस उसकी जमानत की अपील का विरोध करेगी। अगर फिर भी वह जमानत पर जेल से बाहर आता है तो उसकी गतिविधियों को पुलिस मॉनिटर करेगी, ताकि वह समाज के लिए खतरा न बन सके। साथ ही उसके द्वारा यह कहे जाने की भी जांच की जा रही है कि उसने कई हत्याएं की हैं।"

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