चांद पर जाओ,110 करोड़ इनाम
लंदन। सिलिकॉन वैली में एक नया मोर्चा खुल गया है। चांद के रहस्यों को समझने और इससे पैसा बनाने का। अब दौड़ चांद में सबसे पहले खनन करने की है। गूगल ने चांद पर जाने वाली निजी कंपनियों के लिए 200 लाख डॉलर या करीब 110 करोड़ भारतीय रूपए के बराबर के भारी-भरकम पुरस्कार की घोषणा की है।
किसको मिलेगा इनाम
शर्त है कि इसके लिए कंपनी चांद पर रोबोट उतारे, जो उसकी सतह पर 500 मीटर चलकर जांच करे और इसका हाई डेफीनेशन वीडियो 2015 तक धरती पर वापस भेजा जाए। मिशन पूरा करके दूसरे स्थान पर रहने वाली कंपनी को भी 50 लाख डॉलर का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा 5 किमी चलने, पानी ढूंढने व चांद पर इंसान की पहले से मौजूदगी के निशान, जैसे कि अपोलो के पहुंचने के निशान पर अतिरिक्त इनाम भी दिया जाएगा। मून एक्सप्रेस उन 25 कंपनियों में से एक है जो चांद पर उतर पैसा कमाने के बारे में सोच रही है।
नासा ने दी हरी झंडी
नासा ने उसे अपनी सुविधाओं का इस्तेमाल करने व अंतरिक्ष यान की जांच की इजाजत दे दी है। मून एक्सप्रेस कंपनी के सीईओ बॉब रिचर्ड्स कहते हैं, चांद पर उतरने के लिए हमारी प्रोद्यौगिकी का ध्यान मून लैंडर पर है। कंपनी ने मून लैंडर का प्रोटोटाइप तैयार किया है।
यहां हक की बात
क्या कोई अकेला व्यक्ति या देश चांद की जमीन पर कब्जा कर सकता है। 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि के अनुसार ऎसा नहीं हो सकता। एक जानकार का कहना है कि बाहरी अंतरिक्ष संधि में चांद पर स्वतंत्र पहुंच, स्वतंत्र प्रयोग और स्वतंत्र दोहन को न सिर्फ प्रोत्साहित किया गया है बल्कि शर्त बना दिया गया है। वो कहते हैं कि, अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार आप चांद के मालिक नहीं हो सकते लेकिन आप वहां जा सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
लंदन। सिलिकॉन वैली में एक नया मोर्चा खुल गया है। चांद के रहस्यों को समझने और इससे पैसा बनाने का। अब दौड़ चांद में सबसे पहले खनन करने की है। गूगल ने चांद पर जाने वाली निजी कंपनियों के लिए 200 लाख डॉलर या करीब 110 करोड़ भारतीय रूपए के बराबर के भारी-भरकम पुरस्कार की घोषणा की है।
किसको मिलेगा इनाम
शर्त है कि इसके लिए कंपनी चांद पर रोबोट उतारे, जो उसकी सतह पर 500 मीटर चलकर जांच करे और इसका हाई डेफीनेशन वीडियो 2015 तक धरती पर वापस भेजा जाए। मिशन पूरा करके दूसरे स्थान पर रहने वाली कंपनी को भी 50 लाख डॉलर का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा 5 किमी चलने, पानी ढूंढने व चांद पर इंसान की पहले से मौजूदगी के निशान, जैसे कि अपोलो के पहुंचने के निशान पर अतिरिक्त इनाम भी दिया जाएगा। मून एक्सप्रेस उन 25 कंपनियों में से एक है जो चांद पर उतर पैसा कमाने के बारे में सोच रही है।
नासा ने दी हरी झंडी
नासा ने उसे अपनी सुविधाओं का इस्तेमाल करने व अंतरिक्ष यान की जांच की इजाजत दे दी है। मून एक्सप्रेस कंपनी के सीईओ बॉब रिचर्ड्स कहते हैं, चांद पर उतरने के लिए हमारी प्रोद्यौगिकी का ध्यान मून लैंडर पर है। कंपनी ने मून लैंडर का प्रोटोटाइप तैयार किया है।
यहां हक की बात
क्या कोई अकेला व्यक्ति या देश चांद की जमीन पर कब्जा कर सकता है। 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि के अनुसार ऎसा नहीं हो सकता। एक जानकार का कहना है कि बाहरी अंतरिक्ष संधि में चांद पर स्वतंत्र पहुंच, स्वतंत्र प्रयोग और स्वतंत्र दोहन को न सिर्फ प्रोत्साहित किया गया है बल्कि शर्त बना दिया गया है। वो कहते हैं कि, अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार आप चांद के मालिक नहीं हो सकते लेकिन आप वहां जा सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
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