फर्स्ट लुक फोटो चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में "आयरन फीस्ट"
भारतीय वायुसेना अपनी प्रहारक क्षमता का कर रही हे प्रदर्शन .
जैसलमेर/ चांधन। भारतीय वायुसेना अपनी प्रहारक क्षमता का प्रदर्शन चंधन फायरिंग में आयरन फीस्ट में देश के राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के समक्ष कर रही हें .। देश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री की मौजूदगी में शुक्रवार को जैसलमेर जिले की चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में "आयरन फीस्ट" के जरिए वायुसेना अपनी ताकत का प्रभावशाली प्रदर्शन किया .।
वायुसेना के अब तक के सबसे बड़े इस युद्धाभ्यास में 200 से भी अधिक लड़ाकू, युद्धक व परिवहन विमान शामिल हुए । इसमें दक्षिण एशिया और भारत के सबसे बड़े जोधपुर एयरबेस के सर्वाधिक 60 विमान और फलोदी, उत्तरलाई, जैसलमेर, नाल (बीकानेर) और भुज एयरबेस के विमान शामिलहें । आयोजन को लेकर कस्बे, रेंज से लगते गांवों व क्षेत्र में सुरक्षा के विशेष उपाय किए गए हैं। कस्बे से रेंज जाने वाली सड़क से लगते क्षेत्र मे विशेष प्रबंध किए गए हैं। वायुसेना में हाल ही में शामिल रंग-बिरंगा विमान पिलट्ेस "अस्त्र" भी करतब दिखे । इसके अलावा सुखोई,हरक्यूलिस व भारत का बहुद्देश्यीय हेलिकाप्टर ध्रुव विमान भी पहली बार इस युद्धाभ्यास में शामिलकिये गए हें
200 से अधिक विमान
इसमें 200 से अधिक विमान 30 से 40 प्रकार के प्रदर्शन कर रहे हें । पैरा ड्रॉपिग टीम आकाश गंगा पैराशूट से जमीन पर छलांग लगा सभी का दिल जीत किया । सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई, एम केआई, मिराज 2000, जगुआर, मिग -21, 27, 29 व हॉक विमान नही इसमे शामिल हें । युद्ध के दौरान भरी आयुद्ध ,वाहनों व टेंक का परिवहन करने वाले विमानो का प्रदर्शन भी हुआ । ट्रां्रसपोर्ट वायुयानों में सीआई-30 जे, एएन-32, इम्बरार व आई एल 76 , एमआई 17वीं 5-एम आई 17वी फोर शामिलथे ।
वायुसेना के अब तक के सबसे बड़े इस युद्धाभ्यास में 200 से भी अधिक लड़ाकू, युद्धक व परिवहन विमान शामिल हुए । इसमें दक्षिण एशिया और भारत के सबसे बड़े जोधपुर एयरबेस के सर्वाधिक 60 विमान और फलोदी, उत्तरलाई, जैसलमेर, नाल (बीकानेर) और भुज एयरबेस के विमान शामिलहें । आयोजन को लेकर कस्बे, रेंज से लगते गांवों व क्षेत्र में सुरक्षा के विशेष उपाय किए गए हैं। कस्बे से रेंज जाने वाली सड़क से लगते क्षेत्र मे विशेष प्रबंध किए गए हैं। वायुसेना में हाल ही में शामिल रंग-बिरंगा विमान पिलट्ेस "अस्त्र" भी करतब दिखे । इसके अलावा सुखोई,हरक्यूलिस व भारत का बहुद्देश्यीय हेलिकाप्टर ध्रुव विमान भी पहली बार इस युद्धाभ्यास में शामिलकिये गए हें
200 से अधिक विमान
इसमें 200 से अधिक विमान 30 से 40 प्रकार के प्रदर्शन कर रहे हें । पैरा ड्रॉपिग टीम आकाश गंगा पैराशूट से जमीन पर छलांग लगा सभी का दिल जीत किया । सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई, एम केआई, मिराज 2000, जगुआर, मिग -21, 27, 29 व हॉक विमान नही इसमे शामिल हें । युद्ध के दौरान भरी आयुद्ध ,वाहनों व टेंक का परिवहन करने वाले विमानो का प्रदर्शन भी हुआ । ट्रां्रसपोर्ट वायुयानों में सीआई-30 जे, एएन-32, इम्बरार व आई एल 76 , एमआई 17वीं 5-एम आई 17वी फोर शामिलथे ।
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