जालोर रेल बजट 2013 में जिलेवासियों की मांगों पर ध्यान नहीं देने के विरोध में बुधवार को एक बार फिर जालोर शहर बंद रहा। सवेरे से ही जिला मुख्यालय पर सभी दुकानें बंद रहीं। सुबह से ही व्यवसायियों ने प्रतिष्ठान बंद रखकर बंद को समर्थन दिया। सवेरे कलेक्ट्रेट के बाहर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। यात्री गाड़ी नहीं मिलने पर नागरिकों ने नाराजगी जताते हुए आंदोलन की आगामी रूपरेखा पर चर्चा की। इसके बाद बड़ी संख्या में शहरवासी पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां रेल मंत्री और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद लोग पटरी पर बैठ गए। इधर, एहतियात के तौर पर रेलवे स्टेशन पर पहले से ही जोधपुर, बाड़मेर व समदड़ी से बुलाए गए आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के जवान तैनात थे।
तैनात रहा पुलिस जाब्ता : बजट से मिली निराशा के बाद उग्र आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए बुधवार को पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया। सवेरे से ही शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस के जवान तैनात रहे।
इधर, पुलिस गश्ती दल भी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखे हुए था। हालांकि दोपहर तक कुछ दुकानें छोड़कर पूरी तरह बंद का असर नजर आया।
अब भाजपा ने संभाली कमान
पश्चिम राजस्थान विकास परिषद की ओर से अनशन समाप्ति की घोषणा के भाजपा के पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग ने आंदोलन जारी रखने का एलान किया। उन्होंने कहा कि रेल की मांग को लेकर आंदोलन आगामी 7 मार्च तक जारी रहेगा, जिसके तहत समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड में जिले के सभी स्टेशनों पर ग्रामीण पटरियों पर बैठेंगे। यह आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का उद्देश्य जनता की भावना रेल मंत्री तक पहुंचाना है।
रेल के लिए राजनीति से ऊपर उठकर एकता दर्शानी होगी : गर्ग
पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि यात्री गाड़ी के संचालन के लिए सभी को सकारात्मक पहल करनी होगा। इस पहल में आमजन के साथ साथ राजनीतिक संगठनों को भी एकता दर्शानी होगी। वे बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य आमजन की मांग रेल मंत्री तक पहुंचाना है, जिससे रेल मंत्री बजट घोषणा पर पुनर्विचार कर इस रेल खंड के लिए यात्री गाड़ी दें। गर्ग ने कहा कि रेल बजट से पूर्व सत्ताधारी राजनेताओं की ओर से सकारात्मक पहल की कमी के कारण जिलेवासियों को बजट से निराशा मिल पाई। उन्होंने कहा कि जिलेवासियों की मांग को रेल मंत्री तक पहुंचाने के लिए भीनमाल, बिशनगढ़, बाकरारोड, रानीवाड़ा समेत अन्य स्टेशनों पर क्रमिक रूप से लोगों को ले जाएगा जो एक सांकेतिक विरोध होगा।
यह रहा असर
तैनात रहा पुलिस जाब्ता : बजट से मिली निराशा के बाद उग्र आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए बुधवार को पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया। सवेरे से ही शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस के जवान तैनात रहे।
इधर, पुलिस गश्ती दल भी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखे हुए था। हालांकि दोपहर तक कुछ दुकानें छोड़कर पूरी तरह बंद का असर नजर आया।
अब भाजपा ने संभाली कमान
पश्चिम राजस्थान विकास परिषद की ओर से अनशन समाप्ति की घोषणा के भाजपा के पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग ने आंदोलन जारी रखने का एलान किया। उन्होंने कहा कि रेल की मांग को लेकर आंदोलन आगामी 7 मार्च तक जारी रहेगा, जिसके तहत समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड में जिले के सभी स्टेशनों पर ग्रामीण पटरियों पर बैठेंगे। यह आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का उद्देश्य जनता की भावना रेल मंत्री तक पहुंचाना है।
रेल के लिए राजनीति से ऊपर उठकर एकता दर्शानी होगी : गर्ग
पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि यात्री गाड़ी के संचालन के लिए सभी को सकारात्मक पहल करनी होगा। इस पहल में आमजन के साथ साथ राजनीतिक संगठनों को भी एकता दर्शानी होगी। वे बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य आमजन की मांग रेल मंत्री तक पहुंचाना है, जिससे रेल मंत्री बजट घोषणा पर पुनर्विचार कर इस रेल खंड के लिए यात्री गाड़ी दें। गर्ग ने कहा कि रेल बजट से पूर्व सत्ताधारी राजनेताओं की ओर से सकारात्मक पहल की कमी के कारण जिलेवासियों को बजट से निराशा मिल पाई। उन्होंने कहा कि जिलेवासियों की मांग को रेल मंत्री तक पहुंचाने के लिए भीनमाल, बिशनगढ़, बाकरारोड, रानीवाड़ा समेत अन्य स्टेशनों पर क्रमिक रूप से लोगों को ले जाएगा जो एक सांकेतिक विरोध होगा।
यह रहा असर
मंगलवार को रेल बजट से मिली निराशा के बाद जालोर बंद का आह्वान किया गया था। इसके बाद बुधवार सवेरे से बाजार बंद रहा। बंद के दौरान मेडिकल दुकानें भी बंद रहीं। इधर, चाय की थडिय़ों के साथ ढाबे व भोजनालय भी बंद रहने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि बजट से पूर्व भी पश्चिम राजस्थान विकास परिषद के आह्वान पर 20 फरवरी को जालोर जिला बंद पूरी तरह से सफल रहा था।
स्टेशन पहुंचे लोग पटरी पर बैठे
प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट से नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में सवेरे 11.45 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरान वहां तैनात सुरक्षा जाब्ते ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन बड़ी संख्या में लोग होने से वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद लोग रेलवे प्लेटफार्म पहुंचे और रेलमंत्री और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ यात्री गाड़ी की मांग पूरी नहीं होने पर नारेबाजी की। आक्रोशित लोग रेलवे स्टेशन की मैन लाइन समेत लूप लाइनों पर बैठ गए। हालांकि करीब 15 मिनट के दौरान ट्रैक से एक भी ट्रेन नहीं गुजरी। इसके बाद 12 बजे ये लोग पुन: स्टेशन से शहर की ओर रवाना हो गए।
ट्रैक जाम करने पर मामला दर्ज
रेल लाइन पर अनधिकृत प्रवेश करने व रेलवे ट्रैक जाम करने पर आरपीएफ समदड़ी थाने में मामला दर्ज हुआ है। इंस्पेक्टर केसी मीणा ने बताया कि ट्रैक जाम करने के मामले में पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, ललित पोरवाल, अमन मेहता, रतन सुथार, अशोकसिंह जेतावत व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मीणा ने बताया कि अनय लोगों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं तथा जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिषद का अनशन समाप्त
यात्री गाड़ी की मांग पर 16 दिन से अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों को बुधवार सवेरे 10.15 बजे कलेक्टर राजन विशाल ने ज्यूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। गौरतलब है कि यात्री गाड़ी की मांग पर पीरसिंह राजपुरोहित, हरिसिंह राजपुरोहित, अशोकसिंह जेतावत, पुखराज माली, जगदीश प्रजापत व मनोहरलाल वैष्णव अनशन पर थे। पश्चिम राजस्थान विकास परिषद के अध्यक्ष जालमसिंह ने कलेक्टर को बुधवार को ज्ञापन सौंपकर सवा दस बजे से आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।
जबरदस्ती विद्यालय बंद करवाने पर रोष
जालोर. जालोर शहर में निजी विद्यालय संघ की बैठक का आयोजन बुधवार को किया गया। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिसके तहत किसी भी प्रकार के बंद या हड़ताल के दौरान पूर्व में विद्यालय प्रशासन को विश्वास लेने का निर्णय किया गया। जिलाध्यक्ष केएन भाटी ने कहा कि बंद के दौरान असामाजिक तत्वों ने विद्यालयों को जबरदस्ती बंद करवाकर छात्रों को भयभीत किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार भविष्य में होने पर किसी भी प्रकार के बंद या हड़ताल में समर्थन देने पर पुनर्विचार किया जाएगा।
स्टेशन पहुंचे लोग पटरी पर बैठे
प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट से नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में सवेरे 11.45 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरान वहां तैनात सुरक्षा जाब्ते ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन बड़ी संख्या में लोग होने से वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद लोग रेलवे प्लेटफार्म पहुंचे और रेलमंत्री और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ यात्री गाड़ी की मांग पूरी नहीं होने पर नारेबाजी की। आक्रोशित लोग रेलवे स्टेशन की मैन लाइन समेत लूप लाइनों पर बैठ गए। हालांकि करीब 15 मिनट के दौरान ट्रैक से एक भी ट्रेन नहीं गुजरी। इसके बाद 12 बजे ये लोग पुन: स्टेशन से शहर की ओर रवाना हो गए।
ट्रैक जाम करने पर मामला दर्ज
रेल लाइन पर अनधिकृत प्रवेश करने व रेलवे ट्रैक जाम करने पर आरपीएफ समदड़ी थाने में मामला दर्ज हुआ है। इंस्पेक्टर केसी मीणा ने बताया कि ट्रैक जाम करने के मामले में पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, ललित पोरवाल, अमन मेहता, रतन सुथार, अशोकसिंह जेतावत व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मीणा ने बताया कि अनय लोगों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं तथा जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिषद का अनशन समाप्त
यात्री गाड़ी की मांग पर 16 दिन से अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों को बुधवार सवेरे 10.15 बजे कलेक्टर राजन विशाल ने ज्यूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। गौरतलब है कि यात्री गाड़ी की मांग पर पीरसिंह राजपुरोहित, हरिसिंह राजपुरोहित, अशोकसिंह जेतावत, पुखराज माली, जगदीश प्रजापत व मनोहरलाल वैष्णव अनशन पर थे। पश्चिम राजस्थान विकास परिषद के अध्यक्ष जालमसिंह ने कलेक्टर को बुधवार को ज्ञापन सौंपकर सवा दस बजे से आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।
जबरदस्ती विद्यालय बंद करवाने पर रोष
जालोर. जालोर शहर में निजी विद्यालय संघ की बैठक का आयोजन बुधवार को किया गया। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिसके तहत किसी भी प्रकार के बंद या हड़ताल के दौरान पूर्व में विद्यालय प्रशासन को विश्वास लेने का निर्णय किया गया। जिलाध्यक्ष केएन भाटी ने कहा कि बंद के दौरान असामाजिक तत्वों ने विद्यालयों को जबरदस्ती बंद करवाकर छात्रों को भयभीत किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार भविष्य में होने पर किसी भी प्रकार के बंद या हड़ताल में समर्थन देने पर पुनर्विचार किया जाएगा।
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