नकवी को जान से मारने की धमकी
नई दिल्ली/हैदराबाद। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी को आतंकियों ने जान से मारने की धमकी दी है। नकवी ने केन्द्र सरकार से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। नकवी ने बताया कि संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद से उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। भाजपा ने केन्द्र सरकार पर अफजल को फांसी देने में देरी का आरोप लगाया था। पार्टी काफी समय से अफजल को फांसी पर लटकाने की मांग कर रही थी।
अफजल 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले की साजिश में शामिल था। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिद कर दी थी। इसके बाद उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया था। उसे जेल में ही दफनाया गया था।
परिजन अफजल का शव लौटाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। सरकार ने उनको अफजल की कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत दी है। साथ ही अफजल का सारा सामान लौटाने की भी बात कही है लेकिन परिजन शव लौटाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इस बीच हैदराबाद में हुए ब्लास्ट को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। इसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने धमाकों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्ति की। उन्होंने कहा कि पूरा सदन आतंकवाद की कायराना हरकत की निंदा करता है।
इसके बाद सभी सदस्यों ने मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मौन रखा। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई भाजपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने सरकार पर आतंरिक सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। टीडीपी के सदस्यों ने हैदराबाद ब्लास्ट को लेकर आंध्र प्रदेश के एक समाचार पत्र की कॉपियां लहराई।
नई दिल्ली/हैदराबाद। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी को आतंकियों ने जान से मारने की धमकी दी है। नकवी ने केन्द्र सरकार से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। नकवी ने बताया कि संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद से उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। भाजपा ने केन्द्र सरकार पर अफजल को फांसी देने में देरी का आरोप लगाया था। पार्टी काफी समय से अफजल को फांसी पर लटकाने की मांग कर रही थी।
अफजल 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले की साजिश में शामिल था। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिद कर दी थी। इसके बाद उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया था। उसे जेल में ही दफनाया गया था।
परिजन अफजल का शव लौटाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। सरकार ने उनको अफजल की कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत दी है। साथ ही अफजल का सारा सामान लौटाने की भी बात कही है लेकिन परिजन शव लौटाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इस बीच हैदराबाद में हुए ब्लास्ट को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। इसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने धमाकों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्ति की। उन्होंने कहा कि पूरा सदन आतंकवाद की कायराना हरकत की निंदा करता है।
इसके बाद सभी सदस्यों ने मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मौन रखा। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई भाजपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने सरकार पर आतंरिक सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। टीडीपी के सदस्यों ने हैदराबाद ब्लास्ट को लेकर आंध्र प्रदेश के एक समाचार पत्र की कॉपियां लहराई।
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