अब दंगा रोकेगा "मिर्ची बम"
जयपुर। अब बात-बात पर दंगा और आंदोलन करने वाले सावधान हो जाएं! पुलिस ने दंगों से निपटने और दंगाइयों को काबू में करने के लिए अब नया हथियार "मिर्ची बम" तैयार कर लिया है। इस हथियार से न तो किसी का हाथ टूटेगा, न पैर और न ही किसी अन्य तरह की चोट पहुंचेगी। लेकिन उपद्रवी कुछ ही समय में घबराकर भागने को मजबूर हो जाएंगे।
इसे प्रायोगिक तौर पर काम में लेने के लिए सबसे पहले जयपुर और भरतपुर के अलावा दो एसटीएफ कंपनियों को दिया जा रहा है। अब तक पुलिस अश्रुगैस का इस्तेमाल करती थी। गीले कपड़े से ढक कर आंदोलनकारियों ने अश्रुगैस की काट निकाल ली। ऎसे में पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ता था। इस दौरान पथराव में दोनों पक्षों को चोट आ जाती थी।
फूटते ही आंखों में जलन...और कुछ समय तक दिखना बंद
दंगों और आन्दोलनों के दौरान पुलिस स्थिति नियंत्रण में करने के लिए इसे फेंकेगी। इसमें से निकलने वाली गैस मिर्च को जलाने पर होने वाली गंध जैसा वातावरण पैदा करेगी। इसे दंगाइयों को तेज खांसी, आंखों में जलन होगी और वे कुछ देर के लिए देख भी नहीं पाएंगे। इस स्थिति में पुलिस आसानी से उपद्रवियों को पकड़ सकेगी।
जयपुर एवं भरतपुर में इसे लागू किया जा रहा है। इसके लिए एक करोड़ का बजट रखा है। प्रयोग सफल हुआ तो अन्य जिलों में लागू करेंगे। यू. आर. साहू, आईजी आधुनिकीकरण, आयोजना-कल्याण
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें