स्कूल प्रींसिपल को देनी पड़ी बाबू को रिश्वत
जयपुर। उदयपुर के एक सरकारी स्कूल के प्रींसिपल को अपनी इज्जत बचाने के लिए शिक्षा विभाग के बाबू को रिश्वत देनी पड़ी। मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक कार्रवाई के दौरान मंगलवार को सामने आया। रिश्वत लेने वाला बाबू मदन मोहन प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक के रूप में कार्यरत है और उसे 4 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एसीबी के महानिरीक्षक टी.गुईटे के अनुसार गोरधन लाल कमलिया उच्च प्राथमिक विद्यालय छिपाला तहसील गोगून्दा उदयपुर में प्रींसिपल हैं। गोरधन की ने एसीबी को शिकायत की थी कि आरोपी बाबू उससे 5 हजार रूपए रिश्वत ले चुका है और एक मामले को रफा-दफा करने के लिए 5 हजार रूपए और मांग रहा है। इसी शिकायत पर मंगलवार को एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए बाबू को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
यह था मामला
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार प्रींसिपल गोरधन के खिलाफ अम्बालाल ने शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की थी। अम्बालाल ने शिकायत की थी कि प्रींसिपल गोरधन लाल और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध हैं। इसकी शिकायत पर जांच हुई तो मामला झूंठा निकला। लेकिन वहां कार्यरत बाबू मदन मोहन ने गोरधन लाल को पूर्व में रखी चिट्ठी का हवाला देते हुए,इस मामले को रफा-दफा करने की एवज में पांच हजार रूपए की मांग की थी लेकिन दोनों में चार हजार रूपए में सौदा तय हो गया।
शिकायत पर ब्यूरो टीम उदयपुर द्वारा ट्रेप का आयोजन कर मदन मोहन को चार हजार रूपए की रिश् वत लेते हुए कार्यालय में ही गिरफ्तार कर लिया गया। हांलाकि इससे पहले इस मामले में मदन मोहन से पहले प्रींसिपल गोरधन लाल से 5 हजार रूपए ले चुका था।
जयपुर। उदयपुर के एक सरकारी स्कूल के प्रींसिपल को अपनी इज्जत बचाने के लिए शिक्षा विभाग के बाबू को रिश्वत देनी पड़ी। मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक कार्रवाई के दौरान मंगलवार को सामने आया। रिश्वत लेने वाला बाबू मदन मोहन प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक के रूप में कार्यरत है और उसे 4 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एसीबी के महानिरीक्षक टी.गुईटे के अनुसार गोरधन लाल कमलिया उच्च प्राथमिक विद्यालय छिपाला तहसील गोगून्दा उदयपुर में प्रींसिपल हैं। गोरधन की ने एसीबी को शिकायत की थी कि आरोपी बाबू उससे 5 हजार रूपए रिश्वत ले चुका है और एक मामले को रफा-दफा करने के लिए 5 हजार रूपए और मांग रहा है। इसी शिकायत पर मंगलवार को एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए बाबू को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
यह था मामला
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार प्रींसिपल गोरधन के खिलाफ अम्बालाल ने शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की थी। अम्बालाल ने शिकायत की थी कि प्रींसिपल गोरधन लाल और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध हैं। इसकी शिकायत पर जांच हुई तो मामला झूंठा निकला। लेकिन वहां कार्यरत बाबू मदन मोहन ने गोरधन लाल को पूर्व में रखी चिट्ठी का हवाला देते हुए,इस मामले को रफा-दफा करने की एवज में पांच हजार रूपए की मांग की थी लेकिन दोनों में चार हजार रूपए में सौदा तय हो गया।
शिकायत पर ब्यूरो टीम उदयपुर द्वारा ट्रेप का आयोजन कर मदन मोहन को चार हजार रूपए की रिश् वत लेते हुए कार्यालय में ही गिरफ्तार कर लिया गया। हांलाकि इससे पहले इस मामले में मदन मोहन से पहले प्रींसिपल गोरधन लाल से 5 हजार रूपए ले चुका था।
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