मोर्चरी में रखा शव चट कर गए चूहे
भीलवाड़ा। शहर के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में स्थित मोर्चरी के चूहे नरभक्षी हो गए हैं। यहां चूहों का कहर ऎसा है कि पोस्टपार्टम करने से पहले ही चूहे शव को कुतर जाते हैं। पिछले एक माह में चूहे एक दर्जन से ज्यादा शवों के अंगों को चट कर चुके हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में नाकारा साबित हो रहा है। ऎसा ही दिल दहला देने वाला मामला बीते दिन यहां सामने आया। सोमवार को मोर्चरी कक्ष में रखे एक शव को चूहे कुतर गए।
जानकारी के अनुसार सोमवार को रेलवे स्टेशन चौराहे पर बिहार निवासी रिक्शा चालक राजू की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया था। मंगलवार को जब शव लेने पुलिस मोर्चरी पहुंची तो देखा कि चूहों ने शव के पैर की एडी व हथेली को बुरी तरह से कुतर डाला था। क्षतविक्षत शव को पुलिस और मोर्चरी कर्मचारियों ने संभाला।
प्रशासन नहीं रोक पाया चूहों को
गौरतलब है कि मोर्चरी कक्ष में चूहों की भरमार है। शवों को कुतरने के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। विगत दिनों एक ऎसे ही मामले में आला प्रशासनिक अधिकारी ने चिकित्सालय के पीएमओ को जमकर लताड़ भी लगाई थी। लेकिन तमाम उपायों के बाद भी प्रशासन चूहों को नहीं रोक पा रहा है।
भीलवाड़ा। शहर के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में स्थित मोर्चरी के चूहे नरभक्षी हो गए हैं। यहां चूहों का कहर ऎसा है कि पोस्टपार्टम करने से पहले ही चूहे शव को कुतर जाते हैं। पिछले एक माह में चूहे एक दर्जन से ज्यादा शवों के अंगों को चट कर चुके हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में नाकारा साबित हो रहा है। ऎसा ही दिल दहला देने वाला मामला बीते दिन यहां सामने आया। सोमवार को मोर्चरी कक्ष में रखे एक शव को चूहे कुतर गए।
जानकारी के अनुसार सोमवार को रेलवे स्टेशन चौराहे पर बिहार निवासी रिक्शा चालक राजू की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया था। मंगलवार को जब शव लेने पुलिस मोर्चरी पहुंची तो देखा कि चूहों ने शव के पैर की एडी व हथेली को बुरी तरह से कुतर डाला था। क्षतविक्षत शव को पुलिस और मोर्चरी कर्मचारियों ने संभाला।
प्रशासन नहीं रोक पाया चूहों को
गौरतलब है कि मोर्चरी कक्ष में चूहों की भरमार है। शवों को कुतरने के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। विगत दिनों एक ऎसे ही मामले में आला प्रशासनिक अधिकारी ने चिकित्सालय के पीएमओ को जमकर लताड़ भी लगाई थी। लेकिन तमाम उपायों के बाद भी प्रशासन चूहों को नहीं रोक पा रहा है।
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