रविवार, 2 दिसंबर 2012

मजनूओं की मस्ती देख तड़प जाती है इस 'अंग्रेज की आत्मा'!


PIX: मजनूओं की मस्ती देख तड़प जाती है इस 'अंग्रेज की आत्मा'!


गाजीपुर. ब्रिटिश शासनकाल में भारत के गवर्नर रहे लार्ड कार्नवालिस की याद में बनाया गया उनका ऐतिहासिक स्मारक स्थल वर्तमान में मजनूओं का अड्डा बन चुका है। वास्तु और स्थापत्य कला का अनूठा नमूना ये स्मारक जहां अपने शिल्प की खूबसूरती के चलते लोगों के बीच मशहूर है।

वहीं, अपनी ऐतिहासिकता की वजह से ए.सी.आई. के संरक्षण में है। बावजूद इसके प्रशासनिक उपेक्षा के चलते ये ऐतिहासिक स्थल महज आधुनिक लैला मजनुओं की तफरीहगाह बन गया है। ऐसे में आमलोग यहां आने से हिचक रहे हैं।पीजी कालेज गाजीपुर के हिस्ट्री के प्रो बालेश्वर सिंह ने बताया, "ब्रिटिश शासनकाल में 1786 से 1793 तक भारत के गवर्नर रहे लार्ड कार्नवालिस द्वारा भूमि बन्दोबस्त राजस्व प्रक्रिया और न्याय व्यवस्था में किऐ गए सुधार आधुनिक भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान 5 अक्टूबर 1805 में गाजीपुर में अचानक उनकी मृत्यु हो गई। कार्नवालिस के निधन के बाद उनके सम्मान और याद में गाजीपुर में अंगेंजों ने एक खूबसूरत स्मारक की तामीर करायी।कार्नवालिस के मकबरे के नाम से मशहूर ये स्मारक वर्तमान समय में महज मजनुओं, मनचलों और अराजक तत्वों का अड्डा बन चुका है। ऐसे में स्मारक स्थल पर सुरक्षा के आभाव के चलते आम लोग यहा आने से पूरी तरह कतरा रहे हैं। स्थानीय निवासी गुड्डू बताते है की मकबरा को देखने लोग कम आते है प्रेमी जोड़ा अपने सेटेलमेंट के लिए ज्यादे दीखते है। वहीं पूर्व पार्षद इन्द्रजीत यादव ने बताया की कई बार क्षेत्रीय नागरिकों ने लड़कों और लड़कियों को अश्लील हरकत करते रंगे हाथ पकड़ा है।"पीजी कालेज गाजीपुर के हिस्ट्री के पूर्व प्रो अशोक चटर्जी ने बताया की अपने शानदार शिल्प, स्थापत्य कला और ऐतिहासिकता की वजह से कार्नवालिस का मकबरा आर्कियोलाजी सर्वे आफ इंडिया के संरक्षण में पर्यटक स्थल के रूप में घोषित है। लेकिन सुरक्षा के आभाव और लचर प्रशासनिक व्यवस्था के चलते पर्यटक और सभ्य लोग इस स्थल पर आने से हिचकते हैं। जबकि आधुनिक प्रेमियों के लिए ये स्थल लव स्पाट बन चुका है। ऐसे में स्मारक स्थल पर अराजक तत्वों और मनचलों का जमावड़ा आम बात है।

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