अमर सागर गेट खोलने का कार्य हुआ शुरू
लोगों ने किया विरोध/ यातायात व्यवस्था सुधरने की है उम्मीद
सिकंदर शैख़
जैसलमेर/ 9 दिसम्बर /
जैसलमेर में पिछले लंबे समय से बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए अमरसागर गेट को चौड़ा करने की कवायद चल रही थी। गणेश मंदिर ट्रस्ट और नगरपरिषद के बीच इस संबंध में विवाद भी चल रहा था। दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझ गया और सरकार ने भी हरी झंडी दे दी थी। जयपुर से आदेश आते ही आज नगर परिषद् ने गेट को छोड़ा करने की कार्यवाही आरम्भ करी, कुछ लोगों के विरोध के बावजूद भी हटाने का कार्य जारी है और बहुत जल्द जैसलमेर वासियों को यातायात को लेकर आ रही परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा
काफी समय से यातायात में बाधक बन रहे अमरसागर गेट को खोलने का कार्य आज शुरू हो गया सवेरे से ही नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर, आयुक्त रामकिशोर महेश्वरी और ए,ई,राजकुमार सिंघल के नेतृत्व में लोडरों की मदद से गेट को चोडा करने का कार्य आरम्भ हो गया , वहाँ उपस्थित कुछ लोगो ने इसका विरोध भी किया मगर नगरपरिषद के कर्मचारियों और पुलिस बल ने लोगों को शांत कर दिया तथा अमर सागर गेट को चोड़ा करने का कार्य शुरू हो गया
गौरतलब है की जैसलमेर की पहचान बन चुके अमरसागर गेट जो पुरातन काल में जैसलमेर में आने का दरवाजा था वो बढ़ी जनसँख्या से लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चूका था, आने जाने ले किये मात्र 10 फीट का ही रास्ता था जो की यहाँ कई बार जाम की स्थिति पैदा कर रहा था वहीँ कई वर्षों से नगरपरिषद की मंशा थी कि अमरसागर गेट के पास की जमीन का अधिग्रहण कर वहां रास्ता बना दिया जाए। यह जमीन गणेश मंदिर ट्रस्ट की है। इसके चलते विवाद चल रहा था और न्यायालय में भी लम्बित था।
नगर परिषद् के सभापति अशोक तंवर बताते हैं की " लगातार यातायात का दबाव बढ़ रहा है, यह मार्ग काफी संकरा था जिससे अक्सर यहां जाम की स्थिति रहती थी। लेकिन अब लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। अमरसागर गेट के पास की जमीन गणेश मंदिर ट्रस्ट की है। ट्रस्ट और नगरपरिषद के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था। इस बार दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझ गया है। नगरपरिषद की प्रस्तावित जवाहर लाल नेहरू कॉलोनी में गणेश मंदिर ट्रस्ट को धर्मशाला के लिए 60 गुणा 90 का भूखंड देने पर सहमति बन गई है। सरकार की ओर से भी इस मामले में स्वीकृति मिल गई है। अमरसागर गेट कम चौड़ा होने के कारण यहां जाम की स्थिति रहती है। कई बार छोटी मोटी दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है। साथ ही प्रोल के पास ही सब्जी मंडी होने के कारण पास वाली जमीन के सहारे कई ठेले भी खड़े रहते हैं। गेट के पास वाली जमीन पर सड़क मार्ग बन जाने से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
जैसलमेर में पिछले लंबे समय से बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए अमरसागर गेट को चौड़ा करने की कवायद चल रही थी। गणेश मंदिर ट्रस्ट और नगरपरिषद के बीच इस संबंध में विवाद भी चल रहा था। दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझ गया और सरकार ने भी हरी झंडी दे दी थी। जयपुर से आदेश आते ही आज नगर परिषद् ने गेट को छोड़ा करने की कार्यवाही आरम्भ करी, कुछ लोगों के विरोध के बावजूद भी हटाने का कार्य जारी है और बहुत जल्द जैसलमेर वासियों को यातायात को लेकर आ रही परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा
काफी समय से यातायात में बाधक बन रहे अमरसागर गेट को खोलने का कार्य आज शुरू हो गया सवेरे से ही नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर, आयुक्त रामकिशोर महेश्वरी और ए,ई,राजकुमार सिंघल के नेतृत्व में लोडरों की मदद से गेट को चोडा करने का कार्य आरम्भ हो गया , वहाँ उपस्थित कुछ लोगो ने इसका विरोध भी किया मगर नगरपरिषद के कर्मचारियों और पुलिस बल ने लोगों को शांत कर दिया तथा अमर सागर गेट को चोड़ा करने का कार्य शुरू हो गया
गौरतलब है की जैसलमेर की पहचान बन चुके अमरसागर गेट जो पुरातन काल में जैसलमेर में आने का दरवाजा था वो बढ़ी जनसँख्या से लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चूका था, आने जाने ले किये मात्र 10 फीट का ही रास्ता था जो की यहाँ कई बार जाम की स्थिति पैदा कर रहा था वहीँ कई वर्षों से नगरपरिषद की मंशा थी कि अमरसागर गेट के पास की जमीन का अधिग्रहण कर वहां रास्ता बना दिया जाए। यह जमीन गणेश मंदिर ट्रस्ट की है। इसके चलते विवाद चल रहा था और न्यायालय में भी लम्बित था।
नगर परिषद् के सभापति अशोक तंवर बताते हैं की " लगातार यातायात का दबाव बढ़ रहा है, यह मार्ग काफी संकरा था जिससे अक्सर यहां जाम की स्थिति रहती थी। लेकिन अब लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। अमरसागर गेट के पास की जमीन गणेश मंदिर ट्रस्ट की है। ट्रस्ट और नगरपरिषद के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था। इस बार दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझ गया है। नगरपरिषद की प्रस्तावित जवाहर लाल नेहरू कॉलोनी में गणेश मंदिर ट्रस्ट को धर्मशाला के लिए 60 गुणा 90 का भूखंड देने पर सहमति बन गई है। सरकार की ओर से भी इस मामले में स्वीकृति मिल गई है। अमरसागर गेट कम चौड़ा होने के कारण यहां जाम की स्थिति रहती है। कई बार छोटी मोटी दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है। साथ ही प्रोल के पास ही सब्जी मंडी होने के कारण पास वाली जमीन के सहारे कई ठेले भी खड़े रहते हैं। गेट के पास वाली जमीन पर सड़क मार्ग बन जाने से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें