घनश्याम गोस्वामी को मिली पीएचडी की उपाधि
जैसलमेर
मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्व-विद्यालय द्वारा चित्रकार घनश्याम गोस्वामी को पश्चिमी राजस्थान की चित्र शैलियों में चतुर्भुजदास कायस्थ रचित मधुमालती ग्रंथ चित्रों का विशलेषणात्मक अध्ययन-जोधपुर, बीकानेर, एवं जैसलमेर के संदर्भ में'' नामक विषय पर शोधप्रबंध पूर्ण करने पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।
गोस्वामी ने बताया कि विगत चार सौ वर्ष प्राचीन मधुमालती कथानक के अप्रकाशित इन चित्रित ग्रंथों पर आधारित कलात्मक दृष्टिकोण से यह प्रथम शोध है। इस शोध के माध्यम से जैसलमेर चित्रशैली के चित्र प्रथम बार कला-मर्मज्ञों के सम्मुख उजागर हो सके हैं। गोस्वामी ने यह शोध डॉ. विष्णु प्रकाश माली के निर्देशन में पूरा किया। सुखाडिया विश्व विद्यालय के सामाजिक एवं मानविकी महाविद्यालय के दृश्य कला विभाग के सभागार में आयोजित साक्षात्कार में डीन (प्रशासन) एवं विभागाध्यक्ष दृश्य कला विभाग मदनसिंह राठौड़ ने गोस्वामी को पीएचडी की उपाधि प्रदान की। साक्षात्कार में उदयपुर के डॉ. जे.एस. खरकवाल, प्रो. सीआर सुथार, रघुनाथ सुथार, डॉ. युगल शर्मा, राजाराम व्यास, शाहिद परवेज, रविन्द्र दाहिमा, कमल शर्मा, संदीप पालीवाल, रंजना दीक्षित, अनिता शक्तावत, एवं कनिष्ठ चित्रकार उपस्थित थे।
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