सोमवार, 10 दिसंबर 2012

गाँव गाँव राजस्थानी की अलख जगाने का प्रयास रंग लाएगा


राजस्थानी रो हेल्लो ...जनजागरण अभियान सुरा में हुआ संपन

-- गाँव गाँव राजस्थानी की अलख जगाने का प्रयास रंग लाएगा



बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ,राजस्थानी मोटियार परिषद् और राजस्थानी छात्र परिषद् के तत्वाधान में राजस्थानी रो हेल्लो जन जागरण अभियान का सोमवार को सुरा राजकीय माध्यमिक विद्यालय सुरा में आयोजित किया गया .जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मोटियार परिषद् के तहसील संयोजक खेत दान चारण भादरेश ,अभ्याँ संयोजक रमेश सिंह इन्दा ,प्रभारी दिग्विजय सिंह चुली तथा अरजस्थानी छात्र परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला के सानिध्य में सुरा में आयोजित कार्यक्रम में आम जन तथा छात्रो को राजस्थानी भाषा की महत्वता की जानकारी प्रदान की साथ ही राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री ,गृह मंत्री और सांसद को पोस्ट कार्ड लिखे गए .जनजागरण अभियान को संबोधित करते हुए शैतान सिंह भाटी ने कहा की माँ के बिना जिस तरह संसार अधूरा होता हें ठीक उसी तरह राजस्थानी के बिना राजस्थान अधूरा हें ,उन्होंने कहा की राजस्थान ने विश्व भर को इतिहास ,लोक कला ,संस्कृति और परम्परा की सौगात दी हें ,पूरा विश्व राजस्थानी भाषा की मिठास की क़द्र करता हें ,मगर कुछ स्वार्थी तत्व राजस्थानी को मान्यता देने में बाधाये खादी कर रहे हें ,उन्होंने कहा की अब राजस्थानी भाषा की महत्वता आम जन की समझ में आ गया हें ,जन हठ की भाषा समझाने वाले राजनेताओ को राजस्थानी जनता संवेधानिक मान्यता के लिए मजबूर कर देगी .इस अवसर पर तहसील अध्यक्ष खेतदान चारण ने कहा की बाड़मेर जिले से राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की जो हुंकार उठी हे उसने राजनीती क्षेत्रो में हलचल मचा दी हें ,उन्होंने कहा की कल तक राजस्थानी भाषा में मीन मेख निकालने वाले नेता संसद में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की पैरवी करते दिख रहे हें ,इस अवसर पर संतोष विश्नोई ने कहा की राजस्थान में प्राथमिक शिक्षा का माध्यम राजस्थानी कर देना चाहिए ,दिग्विजय सिंह चुली ने कहा की सुण ले नेता सगळ डंके री चोट पैली भाषा पाछे वोट की तर्ज पर इस बार विधान सभा और लोकसभा चुनाव में समिति अभियान चलाएगी जो राजस्थानी भाषा की बात करेगा उसे ही वोट दिया जाएगा ,रमेश सिंह इन्दा ने कहा की नेता वोट मायड़ भाषा में मंगाते हें फिर उन्हें राजस्थानी को समर्थन करने में शर्म क्यों आती हें ,उन्होंने कहा की जो राजस्थान का नहीं वो किसी का नहीं .उन्होंने कहा की गाँव गाँव अभियान चला कर आम जनता को राजस्थानी भाषा के प्रति जागरूक किया जा रहा हें ,राजस्थानी भाषा के नाम समाज को एक करने का प्रयास हें ,इस अवसर पर कमला रन भील माँगी दान चारण ,विक्रम सिंह कविया ने भी विचार व्यक्त किये ,कार्यक्रम का संचालन खेत दान भादरेश ने किया

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