मैनहैटन। जो लोग वियाग्रा को खाकर लोग अपने बुढ़ापे को रंगीन बनाने का सपना देख रहे हैं, या अपनी रातों को रंगीन बनाते हैं, उनके लिये यह खबर चेतावनी से कम नहीं है। जी हां चौंकिये नहीं, यह खबर बिलकुल सही है।अमेरिका के एक 86 वर्षीय व्यक्ति एंथनी एंड्रेसाकिस ने दावा किया है कि जब से उसने वियाग्रा का सेवन शुरू किया है तब से उसकी आंखों की रौशनी कम होने लगी और अब लगभग पूरी तरह आंखों की रौशनी खोने की कगार पर है। उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मामला दर्ज करने से पहले जब उसका बयान लिया तो उसने कहा, "मैंने अप्रैल 2012 से वियाग्रा का सेवन शुरू किया, तब से मेरी आंखों में जलन होने लगी और फिर आंखों की रौशनी कम हो गई।"उसने डॉक्टर से संपर्क किया और कुछ दिन इलाज के बाद आंखों की रौशनी पूरी तरह चली गई। एंथनी का दावा है कि ये सब वियाग्रा खाने से हुआ है। उसने मैनहैटन फेडरल कोर्ट में वियाग्रा बनाने वाली एक कंपनी फाइजर के खिलाफ केस भी ठोक दिया है।एंथनी ने कोर्ट से मांग की है कि इस दवा की बिक्री पर तत्काल रोक लगायी जाये। न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के मुताबिक एंथनी ने कोर्ट से कहा कि उसने इस संबंध में फाइजर कंपनी को भी पत्र लिखा, जिसमें जवाब आया कि हो सकता है वो दवा का साइड इफेक्ट हो, थोड़े दिन में ठीक हो जायेगा, लेकिन अब मैंने दवा लेना बंद कर दी है, तब भी आंखें ठीक नहीं हुई हैं। कोर्ट ने फिलहाल मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं। यानी जब तक मामला कोर्ट में है, तब तक वियाग्रा की विश्वस्नीयता पर सवाल उठाना गलत होगा।हम आपको बता दें कि वियाग्रा फाइजर कंपनी की वो दवा है, जिसे खाकर शरीर में यौन उत्तेजना पैदा होती है। यह खास तौर से उन लोगों के लिये बनायी गई है, बुढ़ापे में जिनके लिंग में तनाव नहीं आता है।
मंगलवार, 4 दिसंबर 2012
86 की उम्र में खायी वियाग्रा, चली गई आंखें!
मैनहैटन। जो लोग वियाग्रा को खाकर लोग अपने बुढ़ापे को रंगीन बनाने का सपना देख रहे हैं, या अपनी रातों को रंगीन बनाते हैं, उनके लिये यह खबर चेतावनी से कम नहीं है। जी हां चौंकिये नहीं, यह खबर बिलकुल सही है।अमेरिका के एक 86 वर्षीय व्यक्ति एंथनी एंड्रेसाकिस ने दावा किया है कि जब से उसने वियाग्रा का सेवन शुरू किया है तब से उसकी आंखों की रौशनी कम होने लगी और अब लगभग पूरी तरह आंखों की रौशनी खोने की कगार पर है। उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मामला दर्ज करने से पहले जब उसका बयान लिया तो उसने कहा, "मैंने अप्रैल 2012 से वियाग्रा का सेवन शुरू किया, तब से मेरी आंखों में जलन होने लगी और फिर आंखों की रौशनी कम हो गई।"उसने डॉक्टर से संपर्क किया और कुछ दिन इलाज के बाद आंखों की रौशनी पूरी तरह चली गई। एंथनी का दावा है कि ये सब वियाग्रा खाने से हुआ है। उसने मैनहैटन फेडरल कोर्ट में वियाग्रा बनाने वाली एक कंपनी फाइजर के खिलाफ केस भी ठोक दिया है।एंथनी ने कोर्ट से मांग की है कि इस दवा की बिक्री पर तत्काल रोक लगायी जाये। न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के मुताबिक एंथनी ने कोर्ट से कहा कि उसने इस संबंध में फाइजर कंपनी को भी पत्र लिखा, जिसमें जवाब आया कि हो सकता है वो दवा का साइड इफेक्ट हो, थोड़े दिन में ठीक हो जायेगा, लेकिन अब मैंने दवा लेना बंद कर दी है, तब भी आंखें ठीक नहीं हुई हैं। कोर्ट ने फिलहाल मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं। यानी जब तक मामला कोर्ट में है, तब तक वियाग्रा की विश्वस्नीयता पर सवाल उठाना गलत होगा।हम आपको बता दें कि वियाग्रा फाइजर कंपनी की वो दवा है, जिसे खाकर शरीर में यौन उत्तेजना पैदा होती है। यह खास तौर से उन लोगों के लिये बनायी गई है, बुढ़ापे में जिनके लिंग में तनाव नहीं आता है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें