नई दिल्ली। अपने राज्य से बाहर जाते समय अब आपको कॉल करने से पहले सोंचना नहीं पड़ेगा क्योंकि अब टेलीकॉम विभाग रोमिंग को समाप्त करने के लिए मोबाईल कंपनियों से बात कर रहा है जिसके अनुसार मार्च 2013 से मोबाईल उपभोक्ताओं को कोई रोमिंग चार्ज नहीं देना पड़ेगा। हालांकि मोबाइल कंपनियों ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है और कहा है कि रोमिंग से उनका दस प्रतिशत लाभ आता है अत: विभाग का यह कदम कंपनियों के हित मे नहीं होगा। ऐसे में रोमिंग के हटने पर टैरिफ के महंगे होने की संभावना है।
टेलीकॉम विभाग मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी पर भी कंपनियों से बात कर रहा है। अगर इस पर बात बन जाती है तो उपभोक्ताओं को किसी दूसरे राज्य में जाने पर रोमिंग का सामना नहीं करना पड़ेगा, जिससे उन्हें अब अपना नम्बर बदलने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
इस पर जीएसएम के एक्जीक्यूटिव का कहना है कि रोमिंग हट जाने की स्थिति में कंपनियां अपने होने वाले नुकसान की भरपायी के लिए नये टैरिफ प्लान तैयार करेंगी जो कि रोमिंग चार्ज के बराबर होगा। यह टैरिफ देश के कुछ हिस्सों में महंगा तो कुछ हिस्सों में सस्ता हो सकता है।
कंपनियों के इस ऐतराज के बावजूद टेलीकॉम विभाग इस पर सहमति बनाने की कोशिश कर रहा है जिससे मोबाइल के इस्तेमाल में उपभोक्ताओं को और भी आसानी हो।
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