बुधवार, 7 नवंबर 2012

ओबामा की जीत से भारत में बढ़ा डर

अमेरिकी अरबपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्‍ट्रपति चुनाव में बराक ओबामा की जीत को व्यापार जगत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। ओबामा की जीत से नाखुश ट्रंप ने अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया को लोकतंत्र के लिए आपदा करार दिया है। रियल एस्टेट किंग डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट किया, 'यह चुनाव एक भौंडा दिखावा था, हम लोकतंत्र नहीं हैं।' एक अन्‍य ट्वीट में ट्रंप ने कहा, 'ज्यादा वोट का मतलब नुकसान है...क्रांति।' हफिंग्टन पोस्ट के मुताबिक इस ट्वीट के जरिए ट्रंप ने अमेरिका में क्रांति का आह्वान किया है।
ओबामा की जीत से भारत में बढ़ा डर 
भारत में भी ओबामा की जीत को लेकर आशंका है। यहां आईटी उद्योग जगत में डर है कि ओबामा के आने से नुकसान होगा। आईटी कंपनी आईगेट के सीईओ फनीश मूर्ति ने ओबामा की जीत को भारतीय आईटी आउटसोर्सिंग इंडस्ट्री के लिए दुखद करार दिया है। अमेरिका में रजिस्टर्ड आईगेट कंपनी के अधिकतर दफ्तर भारत में ही हैं और यहीं उसके ज्यादातर कर्मचारी काम करते हैं। मूर्ति ने कहा, 'हमें यह समझना होगा कि 2013 तक चुनाव का कितना असर रहता है, उसके बाद ही हम इसके प्रभावों का सही से आंकलन कर पाएंगे।'

भारत की आउटसोर्सिंग कंपनियां अपनी कुल आय का आधे से अधिक अमेरिका से अर्जित करती हैं। विश्लेषक मानते हैं कि आउटसोर्सिंग के प्रति ओबामा का कठोर रुख बरकरार रहेगा।

उधर, अमेरिका में बराक ओबामा के दोबारा राष्‍ट्रपति चुने जाने के साथ ही कांग्रेस के लिए पहली हिंदू का भी चयन हुआ है। डेमोक्रैट तुलसी गब्‍बार्ड ने हवाई से अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी को भरी अंतर से हरा कर चुनाव जीता है।

ओबामा की लगातार दूसरी जीत को विश्‍व मीडिया में सकारात्‍मक कवरेज मिला है। बीबीसी हिंदी ने अपने ईरान संवाददाता के हवाले से लिखा है कि ओबामा की जीत से ईरान के लोग भी राहत की सांस ले रहे हैं। मिट रोमनी की जीत ईरान के लिए युद्ध हो सकती थी। विश्व मीडिया में जहां जीत के बाद ओबामा के परिवार की तस्वीरें प्रमुखता से प्रकाशित की गई हैं वहीं खबरें में मिली जुली प्रतिक्रिया है। आगे क्लिक कर देखें स्‍क्रीनशॉट्स।

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