गुड़गांव।। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे इमरान खान ने कहा है कि अगर वह सत्ता में आए तो मुंबई हमले के दोषियों को सजा दिलाएंगे। वर्ल्ड इकॉनमी फोरम मीट में भाग लेने आए तहरीक-ए- इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान अंग्रेजी अखबार 'मेल टुडे' को दिए इंरव्यू में भारत को भरोसा दिलाने की भरसक कोशिश की।
इमरान ने भारत के साथ रिश्ते को मजबूती पर जोर देते हुए कहा, 'भारत को यह समझना होगा कि न्यायिक प्रक्रिया में वक्त लगता है, लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि मुंबई हमले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।' साथ ही उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह की आतंकी कार्रवाई के लिए नहीं होने देंगे। इमरान ने जोर देकर कहा कि वह भारत की प्रमुख चिंता आतंकवाद के खात्मे के लिए अगर जरूरी हुआ तो जिहाद छेड़ेंगे।
कश्मीर समस्या के समाधान के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए एक रोडमैप तैयार करना होगा ताकि भारत-पाकिस्तान व कश्मीर के लोग एक साथ आमने-सामने बैठकर इस समस्या का सर्वमान्य हल निकाल सकें। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि भारत कश्मीर में सेना का इस्तेमाल करके कैंसर की जंग का इलाज डिस्पिरन से करने का प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से उनके संबंधों के बारे में पूछे जान पर इमरान ने कहा, 'अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने आईएसआई से एक भी रुपया लिया है तो मैं हमेशा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा।' अमेरिका के साथ अपने संबंध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया, 'मैं अमेरिका के खिलाफ नहीं हूं लेकिन साथ ही अमेरिका की कठपुतली भी नहीं बनना चाहता।' उन्होंने कहा कि मैं अमेरिका को कहना चाहता हूं कि वह शांति बहाली का प्रयास करें। लेकिन उन्हें यह समझने की जरूरत है कि पाकिस्तान की कमान जरदारी जैसे किसी अमेरिकी कठपुतली के हाथों में होना पाकिस्तान के हित में कतई नहीं है।
इमरान ने भारत के साथ रिश्ते को मजबूती पर जोर देते हुए कहा, 'भारत को यह समझना होगा कि न्यायिक प्रक्रिया में वक्त लगता है, लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि मुंबई हमले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।' साथ ही उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह की आतंकी कार्रवाई के लिए नहीं होने देंगे। इमरान ने जोर देकर कहा कि वह भारत की प्रमुख चिंता आतंकवाद के खात्मे के लिए अगर जरूरी हुआ तो जिहाद छेड़ेंगे।
कश्मीर समस्या के समाधान के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए एक रोडमैप तैयार करना होगा ताकि भारत-पाकिस्तान व कश्मीर के लोग एक साथ आमने-सामने बैठकर इस समस्या का सर्वमान्य हल निकाल सकें। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि भारत कश्मीर में सेना का इस्तेमाल करके कैंसर की जंग का इलाज डिस्पिरन से करने का प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से उनके संबंधों के बारे में पूछे जान पर इमरान ने कहा, 'अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने आईएसआई से एक भी रुपया लिया है तो मैं हमेशा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा।' अमेरिका के साथ अपने संबंध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया, 'मैं अमेरिका के खिलाफ नहीं हूं लेकिन साथ ही अमेरिका की कठपुतली भी नहीं बनना चाहता।' उन्होंने कहा कि मैं अमेरिका को कहना चाहता हूं कि वह शांति बहाली का प्रयास करें। लेकिन उन्हें यह समझने की जरूरत है कि पाकिस्तान की कमान जरदारी जैसे किसी अमेरिकी कठपुतली के हाथों में होना पाकिस्तान के हित में कतई नहीं है।
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