रविवार, 4 नवंबर 2012

एक ही मंच पर दिखे विभिन्न संस्कृति के रंग


एक ही मंच पर दिखे विभिन्न संस्कृति के रंग

अरण्य पर्व सिल्वर जुबली यात्रा माटी के रंग कार्यक्रम का हुआ आयोजन

 पोकरण  पंचायत समिति कार्यालय के सामने खुले चौक में शुक्रवार रात्रि को अरण्य पर्व सिल्वर जुबली यात्रा माटी के रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों ने अपनी संस्कृति तथा नृत्य की अनूठी छटा बिखेरी।

रात्रि को 8 बजे अरण्य पर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी त्रिलोकचंद वैष्णव, अध्यक्ष नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी जोधाराम विश्नोई तथा कनिष्ठ अभियंता सुनील बोड़ा, समाजसेवी महिपालसिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आयोजित इस कार्यक्रम में दूर दराज से आए कलाकारों द्वारा की गई प्रस्तुति को शहरवासियों ने खूब सराहा।

एक ही मंच पर दिखी कई संस्कृतियां

अरण्य पर्व के अवसर पर गोवा से आए कलाकारों ने सुरमई नृत्य प्रस्तुत कर दर्शक ों का मन मोहा। वहीं दादरा नगर से आए कलाकारों ने तारपा नृत्य पेश कर समां बांधा। नागौर से आए कलाकारों ने लोकगीत ख्याल को प्रस्तुत किया। वहीं बासोड़ा से आए कलाकारों ने गुमरा, गुजरात से आए कलाकारों ने डांग व सिंधी नृत्य, छत्तीसगढ़ से आए कलाकारों ने पंथी नृत्य पेश कर एक ही मंच पर विभिन्न संस्कृतियों की छटा को बिखेर लोगों को भावविभोर कर दिया। नृत्य के दौरान पुरुष तथा महिलाओं ने रथ, पिरामिड, गरुड, चकरी आदि की प्रस्तुति दी।

विभिन्न प्रांतों से आए कलाकार : अधिशाषी अधिकारी जोधाराम विश्नोई ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा शुक्रवार की रात्रि में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उन्होंने बताया कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा पश्चिमी क्षेत्र के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा व केन्द्र शासित प्रदेश दमन, दीव व दादरा के लोगों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम प्रदर्शनकारी कलाओं, चाक्षुष कलाओं, साहित्य कार्य पारंपरिक लोक व जनजाति कलाओं के उन्नयन व संरक्षण के संबंध में कार्यक्रम किए गए।

कलाकारों ने मचाई धूम

फतेहगढ़. कस्बे के राउमावि के प्रांगण में शुक्रवार रात्रि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के सौजन्य से भव्य सांस्कृतिक संध्या अरण्य पर्व का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश मेहरा तथा अध्यक्षता तहसीलदार नाथू सिंह राठौड़ ने की। इस अवसर पर पूर्व सरपंच चंगेज खां, संजयनाथ योगी सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेहरा ने कहा कि जिस देश की लोक संस्कृति मजबूत होगी वह देश बहुत मजबूत होगा। उपनिदेशक फुरकान खान ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश में कई राज्य है। कई भाषाएं है, कई वेशभूषा है। सभी की अपनी-अपनी परंपराएं व लोक संस्कृति है जो वहां की लोकप्रियता की मिसाल देखने को मिलती है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुरानी परपंराओं को पुन: जीवित करने के लिए गांवों के ग्रामीणों को कलाकारों द्वारा वहां की लोक कलाएं, संस्कृति व परंपराएं दिखाना है।

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