विचित्र किंतु सत्य
(जीवन में जहां कहां दृष्टि जाती है विचित्रिताएं दिखाई देती हैं। इनमें से कितनी ही हमारी निगाह में आ जाती हैं और वे समाचार के रूप में प्रकाशित भी हो जाती हैं। ऐसी ही विचित्र किंतु सत्य घटनाओं और समचारों का संकलन यहां आपके लिए प्रस्तुत है।)
सीटी देने वाले वृक्ष
मनुष्य की सभी इच्छाएं पूरी करने वाला कल्पतरु अस्तित्व में रहा हो या नहीं, पर मनचाहा संगीत सुनाने वाले वृक्षों की कमी नहीं हो रही है।
वेस्टइंडीज में पर्वत की उपत्यकाओं में इस प्रकार के अनेक वृक्ष हैं। इन्हें गायक वृक्ष कहा जाता है। जिस समय घाटी में तेज हवा चलती है, इस वृक्ष की विशेष प्रकार की पत्तियों में से सुरीला स्वर निकलकर वायुमंडल को संगीतमय बना देता है।
सूड़ान में एक वृक्ष है, जिसे सीटी देने वाल वृक्ष कहा जाता है। उसकी शाखाओं में प्रायः कीड़े लग जाते हैं, जिसके कारण वे फुटबॉल की तरह फूल जाते हैं। कीड़ा एक छेद बनकर बाहर निकलता है।
जब तेज हवा चलती है, तब वह उस छेद से फूले हुए अंग में घुसकर तेज सीटी की आवाज पैदा करता है। यह आवाज बांसुरी के स्वर की भांति ताल और लयबद्ध होती है और बहुत प्यारी लगती है।
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