जोधपुर. जिला परिषद की चार घंटे चली साधारण सभा में जन प्रतिनिधियों ने बिजली-पानी, ग्रामीण स्कूलों में शिक्षा, शिक्षकों का डेपुटेशन,मनरेगा कार्यों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ग्रामीण जन प्रतिनिधियों ने अफसरों की जमकर क्लास ली। जन प्रतिनिधियों ने अधिकारियों की क्लास लेने के बावजूद उनके जवाब से जब संतुष्ट नहीं हुए तो, यहां तक कह दिया कि बिजली-पानी और शिक्षा भगवान भरोसे चल रही है।
इसके बाद कलेक्टर ने भी बिना तैयारी आए अफसरों को फटकारते हुए दो टुका शब्दों में कहा कि अगली बैठक में बिना तैयारी के अगर कोई आया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जिला प्रमुख दुर्गा देवी बलाई की अध्यक्षता में जिला परिषद की बैठक निर्धारित समय 11.15 बजे से पौन घंटा देरी से शुरू हुई इस बैठक में कुल 12 बिंदुओं पर चर्चा होनी थी, लेकिन शाम चार बजे तक मात्र चार बिंदुओं पर ही चर्चा हो पाई पांचवें बिंदू पर आधी अधूरी चर्चा हो पाई। इस अधूरी चर्चा सहित शेष सभी 8 बिंदुओं पर चर्चा 6 दिसंबर को होने वाली मनरेगा की बैठक में करने की घोषणा के साथ आधी अधूरी बैठक स्थगित करने घोषणा की गई।
मनरेगा में 50 करोड़ मांगे: प्रधान डाबड़ी ने मनरेगा में 40 प्रतिशत राशि निमार्ण सामग्री पेटे नहीं मिलने से अगले साल कार्य ठप होने की संभावना जताई। इस पर कलेक्टर गौरव गोयल ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि 50 करोड़ सरकार से मांगे हैं, जैसे ही राशि आएगी, मेटिरियल मद में आबंटित कर दी जाएगी।
मनरेगा के एडी पीसी भंवरसिंह पंवार ने सदन को बताया कि इस साल 98.03 करोड़ रुपए मनरेगा कार्याे पर खर्च हुआ है।सदस्य सिकंदर खान ने कहा कि मनरेगा ऐसी शानदार योजना है कि केंद्र व राज्य में हमारी पार्टी कि सरकार आई है। लेकिन बीडीओ व इंजीनियर इसका सर्वनाश करते हुए भट्टा बैठा रहे हैं।
कलेक्टर ने कहां जीरो रिजल्ट देने वालों को चार्जशीट दो: सदस्य सिकंदर खान के फलौदी में मलार व भोजा खोर के सरकारी स्कूल का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में परिणाम शून्य आने एवं जीरो परिणाम देने वाले जिम्मेदार शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर सवाल न केवल उठाए,बल्कि खिंचाई की।
इस पर कलेक्टर ने डीईओ गजरा चौधरी की इस पर जमकर क्लास ली। डीईओ ने कहा कि टीचर्स को हटाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इस संबंध में सक्षम अधिकारी डायरेक्टर व उप निदेशक को सूची भेजकर 17 सीसीए के तहत कार्रवाई की अनुशंसा की है। कलेक्टर ने कहा कि न्यूनतम परीक्षा परिणाम देने वाले सभी शिक्षकों को मेरे नाम से चार्जशीट जारी कर सूची प्रस्तुत करें।
शिक्षकों के डेपुटेशन पर हंगामा: ग्रामीण शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा डेपुटेशन से मुक्त नहीं करने पर सदस्यों ने हंगामा मचाया। कलेक्टर गोयल ने जिला शिक्षा अधिकारी (प्राशि) गोविंदसिंह खंगारोत को सूचीबद्ध सभी 17 शिक्षकों जो निदेशक व मुख्य सचिव के आदेश के बावजूद उनके विभाग में ही डेपुटेशन पर चल रहे हैं। इस पर लताड़ लगाई और डेपुटेशन पर ओर कहीं भी शिक्षक लगे हुए हैं तो तत्काल हटाने कर तत्काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। डीईओ ने दैनिक भास्कर में प्रकाशित 17 शिक्षकों की सूची व उनके नाम पढ़ कर डेपुटेशन पर होने की पुष्टि की। कलेक्टर ने डीएसओ विजयपाल सिंह को उनके यहां डेपुटेशन पर लगे शिक्षक को तत्काल रिलीव करने के निर्देश दिए।
डिस्कॉम सामान नहीं, तो डिमांड राशि क्यों लेता: शेरगढ़ बालेसर प्रधान नेहा चौधरी,बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई व सदस्य जोगाराम चौधरी सहित कई सदस्यों ने हंगामा मचाया कि ग्रामीणों को कृषि कनेक्शन व घरेलू कनेक्शन देने के लिए डिस्कॉम के पास सामान नहीं है तो फिर किसान से लाखों रुपए डिमांड राशि क्यों ले रखी है। किसान को इस राशि पर ब्याज भरना पड़ रहा है। डिस्कॉम इस राशि का ब्याज दे या फिर पहले दो बिल की राशि किसान से न लेकर खुद ब्याज में से भरपाई करें। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्र में कृषि के लिए 6 घंटे बिजली नहीं मिलने की शिकायत पर तथा बिजली के खंबे के स्थान पर बलियां लगाकर कनेक्शन देने पर फटकार लगाई।
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