प्रिंसीपल ने किया परेशान,दे दी जान
जयपुर। राजधानी के एक नर्सिग कॉलेज के स्टूडेंट ने बुधवार को प्रिंसीपल से तंग आकर जान दे दी। 17 वर्षीय अनिल कुमार सैनी ने अपने सुसाइड नोट में मौत के पीछे कॉलेज प्रिंसीपल को जिम्मेदार ठहराया है। उधर,कॉलेज प्रिंसीपल ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर की है। पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए पोस्टमार्टम के बाद जांच में जुट गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक अनिल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है,"मैं अनिल कुमार,सभी घर वालों से माफी चाहता हूं,सोनी कॉलेज के प्रिंसीपल ने मुझे बहुत परेशान किया,इस लिए मैं यह काम कर रहा हूं"। मुरलीपुरा स्थित शिव नगर प्रथम में किराए से रहने वाले इस नर्सिग स्टूडेंट ने फंदे से लटककर अपनी जान देने वाला अनिल मूलत: गुढ़ा गौड़जी (झुंझुनूं) के किशोरपुरा निवासी शिवपाल सिंह सैनी का पुत्र था। यहां पर वह अपने बड़े मामा महेश व छोटे मामा दिनेश के साथ रहकर सोनी नर्सिग कॉलेज में बीएससी नर्सिग प्रथम वष्ाü की पढ़ाई कर रहा था।
होगी एफएसएल जांच
मंगलवार की शाम 5.30 बजे मृतक के मामा ने अनिल का कमरा बंद देखा और खुलवाने की कोशिश की लेकिन दरवाजा नहीं खुला। ऎसे में खिड़की से देखा तो अनिल पंखे से फंदे पर लटका था। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और गेट तोड़ शव फंदे से उतारा। पुलिस के अनुसार उसके कमरे में कुछ दवाईयां व सुसाइड नोट मिला,जिसकी एफएसएल से जांच करवाएगी।
फीस नहीं लौटाई थी...
कॉलेज प्रशासन के अनुसार अनिल कॉलेज कॉलेज शुरू होने के कुछ दिन बाद ही अचानक गायब हो गया था। और फिर 3-4 दिन बाद अपने पिता के साथ लौटा था। तब उन्होंने कॉलेज में नहीं पढ़ने और फीस वापस देने की मांग की थी। लेकिन नियमानुसार फीस वापस नहीं देना बताया गया और अनिल को मजबूरन वहीं पढ़ना पड़ा।
"नाम क्यो लिखा,पता नहीं"
अनिल के सुसाइड नोट से शक के दायरे में आए कॉलेज प्रिंसीपल ने मामले से खुद को कोई लेना-देना नहीं बताया। उनका कहना है कि अनिल ने सुसाइड नोट में उनका नाम क्यों लिखा,उनको पता नहीं।
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