रतिया। गांव खाई की 13 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म के मामले में पीडि़त पिता ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद उसकी तीन बेटियों को गांव के राजकीय माध्यमिक स्कूल से निकाल दिया गया है। इस खुलासे से स्कूल विवादों में घिर गया है। हालांकि मामला तूल पकडऩे पर स्कूल प्रशासन का कहना है कि पीडि़ता के पिता ने खुद ही लड़कियों को पढ़ाने से इनकार कर दिया था। जानकारी के मुताबिक 6 अक्टूबर को स्कूल से तीनों का नाम काटा गया।
किशोरी के पिता ने बताया कि उसकी दो बेटियां छठी और एक सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। जैसे ही स्कूल प्रशासन को दुष्कर्म की घटना का पता चला तो तीनों का नाम काट दिया गया। पीडि़त के मुताबिक स्कूल का तर्क था कि ऐसी घटनाओं से स्कूल में माहौल खराब होता है। पीडि़त किशोरी की संगत से अन्य बच्चे बिगड़ सकते हैं। यही नहीं अन्य दो बेटियों के चरित्र पर शक करते हुए उनका भी नाम काट दिया। उस वक्त वह काफी दुखी था, इसलिए विरोध नहीं कर सका। वहीं स्कूल के मुख्य अध्यापक राज सिंह ने कहा कि स्कूल की तरफ से किसी छात्रा का नाम नहीं काटा गया। तीनों लड़कियों का पिता ही स्कूल में आया था और कहा कि वह अपनी बेटियों को नहीं पढ़ाना चाहता। उसकी इच्छानुसार ही बच्चियों को हटाया गया था।
पंचायत पर मामला दबाने का आरोप
पीडि़त किशोरी के पिता ने कहा कि वह मामले को पंचायत में भी ले गए थे, लेकिन गांव के 'चौधरीÓ लोगों ने इसको दबाने की कोशिश की। उनके मुताबिक पंचायत वालों ने आरोपी सोहनलाल व उसके परिवार वालों को बुलाया। बाद में पंचायत में लोग जबरन समझौता कराना चाहते थे। इसके लिए उसे 35 हजार की पेशकश की थी। लोगों ने उसे सामाजिक रूप से भी डराया। वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पीडि़ता के पिता के बयान दर्ज किए जाएंगे। उसके आधार पर उन लोगों पर भी कार्रवाई होगी, जो मामले को दबाने की फिराक में थे।
मुझे मामले की जानकारी नहीं है। जो भी मामला होगा उसे सुलझाया जाएगा।Ó
-मंजू गुप्ता, डीईओ, फतेहाबाद
जिन लड़कियों के नाम कटे हैं या काटे गए हैं। इसकी जांच होगी। परिवार अपनी बेटियों को स्कूल भेजना चाहता है तो उनको दाखिला मिलेगा। किसी तरह का अन्याय नहीं होगा।Ó-राजीव रतन, एडीसी
इधर, आरोपी 14 दिन की हिरासत में : किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी 65 वर्षीय सोहन लाल को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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