फालना (पाली)
फालना कस्बे में इंदिरा कॉलोनी के निकट अपनी दो पुत्रियों के साथ जम्मूतवी एक्सप्रेस की चपेट में आई महिला संतोष कंवर राजपूत (32) नाणा गांव की रहने वाली थीं। शुक्रवार दोपहर को वह जोधपुर में अपने पीहर जाने का कहकर दोनों बेटियों के साथ घर से निकली थीं। शनिवार दोपहर बाद जीआरपी पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद तीनों शव परिजनों को सौंप दिए।
जानकारी के अनुसार शनिवार को संतोष कंवर के पति समेत ससुराल पक्ष तथा जोधपुर से पीहर पक्ष के लोग फालना अस्पताल पहुंचे और तीनों शवों की शिनाख्त की। महिला ने बेटियों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की अथवा वह ट्रेन हादसे का शिकार हुई, इस बारे में घटना के दूसरे दिन भी कोई खुलासा नहीं हो पाया। मृतका के ससुराल व पीहर पक्ष ने भी किसी तरह के पारिवारिक विवाद अथवा गृह क्लेश की बात से इनकार किया है। महिला का पति गांव में ही मेडिकल व्यवसायी है तथा उसका परिवार भी संपन्न है। ऐसे में रेलवे पुलिस भी उलझन में है कि दोपहर को घर से निकली महिला दोनों पुत्रियों के साथ फालना स्टेशन के निकट हादसे का शिकार कैसे हो गई।
फालना कस्बे में इंदिरा कॉलोनी के निकट अपनी दो पुत्रियों के साथ जम्मूतवी एक्सप्रेस की चपेट में आई महिला संतोष कंवर राजपूत (32) नाणा गांव की रहने वाली थीं। शुक्रवार दोपहर को वह जोधपुर में अपने पीहर जाने का कहकर दोनों बेटियों के साथ घर से निकली थीं। शनिवार दोपहर बाद जीआरपी पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद तीनों शव परिजनों को सौंप दिए।
जानकारी के अनुसार शनिवार को संतोष कंवर के पति समेत ससुराल पक्ष तथा जोधपुर से पीहर पक्ष के लोग फालना अस्पताल पहुंचे और तीनों शवों की शिनाख्त की। महिला ने बेटियों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की अथवा वह ट्रेन हादसे का शिकार हुई, इस बारे में घटना के दूसरे दिन भी कोई खुलासा नहीं हो पाया। मृतका के ससुराल व पीहर पक्ष ने भी किसी तरह के पारिवारिक विवाद अथवा गृह क्लेश की बात से इनकार किया है। महिला का पति गांव में ही मेडिकल व्यवसायी है तथा उसका परिवार भी संपन्न है। ऐसे में रेलवे पुलिस भी उलझन में है कि दोपहर को घर से निकली महिला दोनों पुत्रियों के साथ फालना स्टेशन के निकट हादसे का शिकार कैसे हो गई।
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