चीरघर से जिंदा होकर लौटा मुर्दा!
दुर्ग। डॉक्टरों ने जिस व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया था, उसे चीरघर (मरच्यूरी) से वापस उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में उसे दो चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। चिकित्सकों ने मरीज की हालत गंभीर बताई है।
सिटी पुलिस ने दोपहर साढे 12 बजे नया बस स्टैंड से अज्ञात अचेत व्यक्ति को जिला अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक डॉ. तुमड़े व डॉ. वीएस बघेल ने परीक्षण के बाद मरीज को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वार्ड ब्वॉय ने उसे चीरघर भी पहुंचा दिया। लगभग एक घंटे बाद चीरघर के कर्मचारियों की नजर शव पर पड़ी तो वे हैरान रह गए। शव में हलचल हो रही थी। कर्मचारियों ने एंबुलेंस से उसे वार्ड में भेजा। चिकित्सकों ने जांच की तो वह जिंदा था। अब चिकित्सकों की विशेष निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक नीले रंग की फुल पैंट तथा गुलाबी रंग की शर्ट पहने हुए मरीज को नागरिकों की सूचना पर अस्पताल पहुंचाया था। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस शव को चीरघर में रखने का आदेश देते हुए अस्पताल से लौट गई। हुलिया देखकर पुलिस अनुमान लगा रही है कि वह कुछ ही दिन पहले शहर आया होगा। चिकित्सकों की सूचना पर मर्ग दर्ज कर चुकी पुलिस भी कुछ देर के लिए सकते में आ गई। अस्पताल से जिस व्यक्ति को मृत घोषित किया गया, उसी व्यक्ति के जिंदा होने की सूचना घंटे भर बाद फिर से दी गई।
दुर्ग। डॉक्टरों ने जिस व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया था, उसे चीरघर (मरच्यूरी) से वापस उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में उसे दो चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। चिकित्सकों ने मरीज की हालत गंभीर बताई है।
सिटी पुलिस ने दोपहर साढे 12 बजे नया बस स्टैंड से अज्ञात अचेत व्यक्ति को जिला अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक डॉ. तुमड़े व डॉ. वीएस बघेल ने परीक्षण के बाद मरीज को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वार्ड ब्वॉय ने उसे चीरघर भी पहुंचा दिया। लगभग एक घंटे बाद चीरघर के कर्मचारियों की नजर शव पर पड़ी तो वे हैरान रह गए। शव में हलचल हो रही थी। कर्मचारियों ने एंबुलेंस से उसे वार्ड में भेजा। चिकित्सकों ने जांच की तो वह जिंदा था। अब चिकित्सकों की विशेष निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक नीले रंग की फुल पैंट तथा गुलाबी रंग की शर्ट पहने हुए मरीज को नागरिकों की सूचना पर अस्पताल पहुंचाया था। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस शव को चीरघर में रखने का आदेश देते हुए अस्पताल से लौट गई। हुलिया देखकर पुलिस अनुमान लगा रही है कि वह कुछ ही दिन पहले शहर आया होगा। चिकित्सकों की सूचना पर मर्ग दर्ज कर चुकी पुलिस भी कुछ देर के लिए सकते में आ गई। अस्पताल से जिस व्यक्ति को मृत घोषित किया गया, उसी व्यक्ति के जिंदा होने की सूचना घंटे भर बाद फिर से दी गई।
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