गडकरी ने ड्राइवर को बनाया डायरेक्टर
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा नियंत्रित कंपनी पूर्ति पॉवर एंड सुगर लिमे. को मिलने वाले फंड को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। पता चला है कि निर्माण क्षेत्र की कंपनी आइडियल रोड बिल्डर्स (आईआरबी) ग्रुप ने पूर्ति कंपनी को लोन देने के साथ-साथ उसमें निवेश भी किया। आईआरबी को 1995 से 1999 के बीच में कई ठेके मिले थे जब गडकरी महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे।
आईआरबी ग्रुप के अलावा पूर्ति में अन्य महत्वपूर्ण शेअरहोल्डर्स में है 16 कंपनियों का समूह। एक अखबार के अनुसार ये कंपनियां जिन पतों पर रजिस्टर्ड हैं उनका अता पता ही नहीं है। इतना ही नहीं ये कंपनियां गडकरी के करीबी सहयोगियों द्वारा नियंत्रित हैं।
2011-12 के रिकॉर्ड बताते हैं कि इन कंपनियों के डायरेक्टर्स में गडकरी का ड्राइवर,उनका दीवान (अकाउंटेंट) व पूर्ति के दो कर्मचारी शामिल हैं। इनमें से एक तो गडकरी के मित्र का बेटा निखिल भी है।
आईआरबी कंपनी व उसके प्रमोटर डीपी म्हेस्कर ने पूर्ति के 68.4 लाख शेअर सब्स्क्राइब किए। आईआरबी की एक कंपनी ग्लोबल सेफ्टी विजन ने गडकरी की कंपनी को 164 करोड़ रूपए का लोन दिया। पूर्ति के सात प्रमोटर्स में से एक गडकरी के पास 3,100 रूपए मूल्य के 310 शेअर हैं।
उधर गडकरी ने किसी भी प्रकार का गलत काम होने से इनकार किया है। गडकर ने कहा,मैं किसी भी प्रकार की जांच का सामना करने को तैयार हूं। गडकरी ने कहा,मैंने 14 महीने पहले पूर्ति के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।
ग्लोबल से लोन उस साल दिए गए जब पूर्ति का टर्नोवर 145 करोड़ रूपए था तथा कंपनी को 48.94 करोड़ रूपए का घाटा हुआ था। ग्लोबल ने अपने निदेशक गणेश गदरे को पदेन निदेशक के तौर पर नियुक्त किया।
पूर्ति पॉवर एंव सुगर लिमे. के मैनेजिंग डायरेक्टर सुधीर दिवे ने कंपनी की फंडिग में किसी गड़बड़झाले से इनकार किया।
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