असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा ’’
फिर रावण राख हुआ
स्वर्णनगरी में समारोह पूर्वक मनाया गया विजयदशमी का पर्व
मनीष रामदेव
जैसलमेर भारतवर्ष में त्यौहारों का संबंध किसी न किसी रुप में ऋतु के साथ अवश्य रहता है।देश के जाति एवं गौरव को बढ़ाने वाले उसकी महान् संस्कृति की परम्पराओं तथा भीत्तरी ऊर्जा के प्रतीक विभिन्न त्यौहार मनाए जाते हैं। शरद ऋतु के एक ऐसे ही विशिष्ट त्यौहारों में से एक है दशहरा। यह आश्विन मास की शुक्ला दशमी को बड़े उत्साह ,उल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है।
इसी कडी में आज स्वर्णनगरी के शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में रावणदहन का कार्यक्रम समारोहपूर्वक मनाया गया, इस अवसर पर जिला कलक्टर श्रीमती शुचि त्यागी, पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ सहित जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, नगर परिषद सभापती अशोक तंवर, यूआईटी चैयरमेन उम्मेदसिंह तंवर, पूर्व विधायक गोवर्द्धन कल्ला सहित हजारों की संख्या में नगर वासी उपस्थित रहे। नगर परिषद आयुक्त आर के माहेश्वरी के निर्देशन में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में स्थानीय इंदिरा कॉलोनी में आयोजित हो रही रामलीला के राम, लक्ष्मण, हनुमान सहित समस्त पात्रों ने झांकी के रूप में स्टेडियम में अपनी प्रस्तुति दी और अंत में राम ने अपने धनुष से बाण छोड कर रावण की इहलीला समाप्त की। रावण दहन के इस आयोजन में जहां शहर वासियों का हूजूम उमडा था वही देशी व विदेशी सैलानियों ने भी इस भारतीय परम्परा को अपने कैमरों में कैद किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें