हंगामे के बीच भ्रष्टाचार व विकास में भेदभाव के आरोप
महिला पार्षद ने आयुक्तको चुडीयाँ भेंट की
बालोतरा बुधवार को आयोजित हुई नगरपालिका मंडल बालोतरा की विशेष बैठक हंगामेदार रही। बैठक में पहले जहां विकास में भेदभाव को लेकर तनातनी का माहौल रहा, इसके बाद पट्टा वितरण में दलाल सक्रिय होने व पालिका में भ्रष्टाचार बढऩे के मुद्दे पर काफी देर तक आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे। नगरपालिका उपाध्यक्ष ने तो पट्टा बनाने वाले दलालों के नाम तक बताए। उन्होंने एक व्यक्ति का शपथ-पत्र पेश किया, जिससे एक महिला पार्षद के पुत्र पर रुपए लेकर पट्टा बनवाने की बात लिखी गई थी। इस पर महिला पार्षद बिफर गई और उन्होंने आरोप को झूठा बताते हुए जांच करवाने की मांग की। साथ ही अन्य दलालों के नाम भी उजागर करने की मांग पर अड़ी रही।
नगर पालिका की विशेष बैठक बुधवार सवेरे 11 बजे पालिका सभागार में अध्यक्ष महेश बी चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में कार्य सूची के अनुसार पालिका अधिशाषी अधिकारी नंदलाल व्यास ने प्रशासन शहरों के संग अभियान 2012 की तैयारी के संबंध में जानकारी दी। इस पर पालिका उपाध्यक्ष रामलाल राजपुरोहित, प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री, नरसिंग प्रजापत सहित कई पार्षदों ने कहा कि अभियान में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे, तभी अभियान सफल रहेगा। इसके लिए राज्य सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया। पार्षद सुशीलादेवी सालेचा ने नगर पालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान के समक्ष जाकर पूछा कि उनके वार्ड में जो विकास कार्य प्रस्तावित किए गए थे, उनको कैंसिल क्यों किया गया। विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए उन्होंने पालिकाध्यक्ष व ईओ नंदलाल व्यास को चूडिय़ा सौंपी। उनके समर्थन में पार्षद दुर्गादेवी सोनी, पुष्पराज चौपड़ा, रोहित सोलंकी, रावत माली, मनोहर कंवर भी आ गए और इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद गोविंद जीनगर ने कहा कि महिला पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों में भेदभाव किया जाता है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्षद पंचाणाराम चौधरी ने कहा कि मेरे वार्ड में 70 लाख के विकास कार्य बोर्ड ने स्वीकृत किए थे, मगर मार्च 2012 के बाद एक पैसे का भी कार्य वार्ड में नहीं करवाया गया है। पार्षद नरसिंग प्रजापत ने कहा कि पुराने बकाया विकास कार्य प्राथमिकता से पहले करवाने चाहिए।
पालिकाध्यक्ष महेश बी चौहान ने सफाई दी कि कि मेरे द्वारा विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं रखा जाता है। मेरे द्वारा 83 कार्यों की सूची पालिका ईओ को दी गई थी, लेकिन उनके द्वारा 58 कार्यों की स्वीकृति जारी की गई है। पार्षद भगवानाराम भील ने कहा कि कच्ची बस्ती के पट्टे जारी करने व उनके मकान के लिए दी जाने वाली किश्तों के लिए अधिकारी जान बूझकर चक्कर कटवाते हैं। जिस पर पालिका प्रतिपक्ष रतन खत्री, मांगीलाल सांखला, नरसिंग प्रजापत ने कहा कि पालिका अधिकारी मौका देखने भी नहीं जाते हैं। ईओ ने समझाया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत गरीब, बीपीएल व कच्ची बस्तियों की समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा तथा कच्ची बस्ती के पट्टे शत प्रतिशत बना दिए जाएंगे। विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं रखा जाएगा। जो कार्य अधूरे रह गए है उनको भी पूर्ण करने की कोशिश की जाएगी।
नगरपालिका की विशेष बैठक में कई बार बनीं तनातनी की स्थिति, पट्टे बनाने के लिए दलाल सक्रिय होने का आरोप, महिला पार्षद ने अध्यक्ष व ईओ को भेंट की चूडिय़ां
नगर पालिका की विशेष बैठक बुधवार सवेरे 11 बजे पालिका सभागार में अध्यक्ष महेश बी चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में कार्य सूची के अनुसार पालिका अधिशाषी अधिकारी नंदलाल व्यास ने प्रशासन शहरों के संग अभियान 2012 की तैयारी के संबंध में जानकारी दी। इस पर पालिका उपाध्यक्ष रामलाल राजपुरोहित, प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री, नरसिंग प्रजापत सहित कई पार्षदों ने कहा कि अभियान में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे, तभी अभियान सफल रहेगा। इसके लिए राज्य सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया। पार्षद सुशीलादेवी सालेचा ने नगर पालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान के समक्ष जाकर पूछा कि उनके वार्ड में जो विकास कार्य प्रस्तावित किए गए थे, उनको कैंसिल क्यों किया गया। विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए उन्होंने पालिकाध्यक्ष व ईओ नंदलाल व्यास को चूडिय़ा सौंपी। उनके समर्थन में पार्षद दुर्गादेवी सोनी, पुष्पराज चौपड़ा, रोहित सोलंकी, रावत माली, मनोहर कंवर भी आ गए और इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद गोविंद जीनगर ने कहा कि महिला पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों में भेदभाव किया जाता है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्षद पंचाणाराम चौधरी ने कहा कि मेरे वार्ड में 70 लाख के विकास कार्य बोर्ड ने स्वीकृत किए थे, मगर मार्च 2012 के बाद एक पैसे का भी कार्य वार्ड में नहीं करवाया गया है। पार्षद नरसिंग प्रजापत ने कहा कि पुराने बकाया विकास कार्य प्राथमिकता से पहले करवाने चाहिए।
पालिकाध्यक्ष महेश बी चौहान ने सफाई दी कि कि मेरे द्वारा विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं रखा जाता है। मेरे द्वारा 83 कार्यों की सूची पालिका ईओ को दी गई थी, लेकिन उनके द्वारा 58 कार्यों की स्वीकृति जारी की गई है। पार्षद भगवानाराम भील ने कहा कि कच्ची बस्ती के पट्टे जारी करने व उनके मकान के लिए दी जाने वाली किश्तों के लिए अधिकारी जान बूझकर चक्कर कटवाते हैं। जिस पर पालिका प्रतिपक्ष रतन खत्री, मांगीलाल सांखला, नरसिंग प्रजापत ने कहा कि पालिका अधिकारी मौका देखने भी नहीं जाते हैं। ईओ ने समझाया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत गरीब, बीपीएल व कच्ची बस्तियों की समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा तथा कच्ची बस्ती के पट्टे शत प्रतिशत बना दिए जाएंगे। विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं रखा जाएगा। जो कार्य अधूरे रह गए है उनको भी पूर्ण करने की कोशिश की जाएगी।
नगरपालिका की विशेष बैठक में कई बार बनीं तनातनी की स्थिति, पट्टे बनाने के लिए दलाल सक्रिय होने का आरोप, महिला पार्षद ने अध्यक्ष व ईओ को भेंट की चूडिय़ां
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