मंगलवार, 16 अक्तूबर 2012

आज से शुरू होगा अनुठा दीपदान...



आज से शुरू होगा अनुठा दीपदान...



सीसीडीयू करेगा जल बचत े लिए खास आयोजन
तालाबों और नाडियों में होगा यह दीपदान

बाड़मेर। बरसों से भारत भर में धनतेरस से दीपावली तक नदी तालाबों में दीप दान करने का प्रचलन है। एक तरफ जहां इस दीपदान का धार्मिक महत्व है वहीं बदलते वक्त े साथ इस पावन परंपरा को नए अर्थ े साथ मनाने का अनुठा आयोजन इस नवरात्रा में रेतीली धरा पर उतरेगा। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा जिले े कई तालाबों और नाडियों में दीपदान किया जाएगा और इस दीप दान े जरिए जल स्त्रोतों े संरक्षण और जल अपव्यय को रोकने की शपथ दिलाई जाएगी।


सीसीडीयू े आईईसी कन्सलटेंट अशोकसिंह ने बताया कि दीपदान एक धार्मिक परंपरा है और इसे पीछे कई सारे अर्थ छीपे है हालांकि धार्मिक परंपरा े मुताबिक दीपदान हमें बूरे कर्मों से बचने का संदेश देता है। और इंसान को अज्ञान और धर्म से बचाता है लेकिन वर्तमान परिवेश में अज्ञानता और अधर्म े चलते सबसे ज्यादा अगर किसी का विनाश हुआ है तो वह प्रकृति का हुआ है। ऐसे में विश्व ग्लोबल वार्मिंग बदलते पास्थितिक संतुलन और कई कुदरत जनित आपदाओं को देख रहा है। ऐसे में कुदरत े विभिन्न आधारों को सहेजने की बात इस नवरात्रा मे रेतीले बाड़मेर में उतरती नजर आएगी। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू द्वारा जिले े विभिन्न तालाबों और नाडियों में दीपदान का आयोजन किया जाएगा। इस दीपदान े जरिए प्रकृति और परमात्मा को इस बात का विश्वास दिलाया जाएगा कि हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करेंगे। साथ ही प्रकृति े सदेश वाहक जल स्त्रोतों में दीपदान कर यह संकल्प भी लिया जाएगा कि हम प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा दीपदान े इस आयोजन े जरिए जिले भर में दस हजार े करीब दीप जल स्त्रोतों में प्रवाहित कर संकल्प दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। सीसीडीयू े भूजल वैज्ञानिक डॉ. शंकरलाल नामा ने बताया कि इस अनुठे आयोजन े लिए जहां जिला मुख्यालय में जसदेर तालाब, चौहटन े छीपल नाडी, शिव े मानसरोवर तालाब सहित कई तालाबों और नाडियों में दीपदान किया जाएगा। इस आयोजन े लिए जहां विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं और स्वयं सेवी संस्थाओं को बतौर सहयोगी आमंत्रित किया गया है, वहीं इस दीपदान में अपनी सिक्रय और सफल भागीदारी े लिए कई जनप्रतिनिधियों को पत्र पे्रषित किए गए है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू का इस आयोजन े पीछे उदेश्य धार्मिक कार्यक्रमों े जरिए आम आवाम को सरकार े जल जनचेतना े कार्यक्रमों से जोड़ना है। इस कार्यक्रम े जरिए जिले भर े हजारों लोगों और विद्यार्थियों को धार्मिक आधार पर प्रकृति े संरक्षण का संकल्प दीपदान े जरिए दिलाया जाएगा।




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