शिवकर भूमि अवाप्ति के विरोध में रैली एवं धरना शुरू
किसानो ने सरकार को चेताया किसी भी कीमत पर नहीं देंगे जमीन
बाड़मेर शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए अवाप्त की जाने वाली शिवकर बेल्ट की जमीन के विरोध में प्रभावित किसानो ने लीगल मित्र संस्था के बैनर तले जिला कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर धरना आरम्भ किया इससे पहले मंगलवार को प्रातः ग्यारह बजे अवाप्ति के विरोध में मुंह पर पट्टिया बाँध कर मौन मार्च निकाला लीगल मित्र संस्थान के प्रभारी विक्रम सिंह तारातरा ने बताया की मौन मार्च में सेकड़ो किसानो ने शिरकत कर अवाप्ति का विरोध किया. मौन मार्च गांधी चौक से कलेक्टर कार्यालय तक निकाला गया. बाड़मेर में पहली बार लोगों ने बेहद शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने मुंह पर पट्टिया बांध कर सरकार की अपारदर्शी नीति का विरोध करते हुए रैली निकाली जिसमे किसानो के साथ बाड़मेर के आम लोग भी शामिल थे. किसानो के साथ लीगल मित्र के सचिव रितेश शर्मा ने कलेक्ट्रेट पहुँच जिला कलेक्टर भानु प्रकाष एटरू को पैतालीस पेज का ज्ञापन सौंपा .ज्ञापन देने के बाद किसान धरने पर बैठ गए .धरने में किसानो को संबोधित करते हुए सचिव रितेश शर्मा ने कहा की राज्य सरकार लोक हित के नाम पर मनमाने ढंग से जमीने अवाप्त कर रही हें जो उचित नहीं हें ,उन्होंने कहा की किसानो को पशुपालन और कृषि कार्यो से वंचित रखने का षड़यंत्र हें ,शर्मा ने कहा की सरकार ने प्रभावित किसानो को अवाप्ति का कोई कारण नहीं बता जमीन से बेदखल करने का प्रयास हें ,किसान छगन सिंह राठोड ने कहा की किसान बार बार सरकार की नीतियों के झांसे में आने वाला ,उन्होंने ने सरकार को चेताते हुए दो टूक शब्दों में कहा की किसान किसी भी कीमत पर भूमि अवाप्त नहीं होने देंगे।उन्होंने कहा की सरकार बार बार राष्ट्रीय हित का झांसा देकर किसानो को बरगलाती आ रही हें मगर इस बार किसान सरकार को मूंह तोड़ जवाब देंगे .इस अवसर पर छत्र संघ अध्यक्ष रघुवीर सिंह तामलोर ने कहा की सरकार जरुरत के हिसाब से भूमि अवाप्त करे .उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की सरकार किसानो से सब कुछ छीन कर उनके साथ अत्याचार कर रही हें ,किसान अब अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा ,तामलोर ने कहा की सरकार पहले यह साफ़ करे की शिवकर बेल्ट की जमीन किस प्रयोजनार्थ अवाप्त की जा रही हें ,उन्होंने कहा की सरकार किसानो से तथ्य को छुपाकर जमीन अवाप्त करने का प्रयास कर रही हें ,,
किसानो ने सरकार को चेताया किसी भी कीमत पर नहीं देंगे जमीन
बाड़मेर शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए अवाप्त की जाने वाली शिवकर बेल्ट की जमीन के विरोध में प्रभावित किसानो ने लीगल मित्र संस्था के बैनर तले जिला कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर धरना आरम्भ किया इससे पहले मंगलवार को प्रातः ग्यारह बजे अवाप्ति के विरोध में मुंह पर पट्टिया बाँध कर मौन मार्च निकाला लीगल मित्र संस्थान के प्रभारी विक्रम सिंह तारातरा ने बताया की मौन मार्च में सेकड़ो किसानो ने शिरकत कर अवाप्ति का विरोध किया. मौन मार्च गांधी चौक से कलेक्टर कार्यालय तक निकाला गया. बाड़मेर में पहली बार लोगों ने बेहद शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने मुंह पर पट्टिया बांध कर सरकार की अपारदर्शी नीति का विरोध करते हुए रैली निकाली जिसमे किसानो के साथ बाड़मेर के आम लोग भी शामिल थे. किसानो के साथ लीगल मित्र के सचिव रितेश शर्मा ने कलेक्ट्रेट पहुँच जिला कलेक्टर भानु प्रकाष एटरू को पैतालीस पेज का ज्ञापन सौंपा .ज्ञापन देने के बाद किसान धरने पर बैठ गए .धरने में किसानो को संबोधित करते हुए सचिव रितेश शर्मा ने कहा की राज्य सरकार लोक हित के नाम पर मनमाने ढंग से जमीने अवाप्त कर रही हें जो उचित नहीं हें ,उन्होंने कहा की किसानो को पशुपालन और कृषि कार्यो से वंचित रखने का षड़यंत्र हें ,शर्मा ने कहा की सरकार ने प्रभावित किसानो को अवाप्ति का कोई कारण नहीं बता जमीन से बेदखल करने का प्रयास हें ,किसान छगन सिंह राठोड ने कहा की किसान बार बार सरकार की नीतियों के झांसे में आने वाला ,उन्होंने ने सरकार को चेताते हुए दो टूक शब्दों में कहा की किसान किसी भी कीमत पर भूमि अवाप्त नहीं होने देंगे।उन्होंने कहा की सरकार बार बार राष्ट्रीय हित का झांसा देकर किसानो को बरगलाती आ रही हें मगर इस बार किसान सरकार को मूंह तोड़ जवाब देंगे .इस अवसर पर छत्र संघ अध्यक्ष रघुवीर सिंह तामलोर ने कहा की सरकार जरुरत के हिसाब से भूमि अवाप्त करे .उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की सरकार किसानो से सब कुछ छीन कर उनके साथ अत्याचार कर रही हें ,किसान अब अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा ,तामलोर ने कहा की सरकार पहले यह साफ़ करे की शिवकर बेल्ट की जमीन किस प्रयोजनार्थ अवाप्त की जा रही हें ,उन्होंने कहा की सरकार किसानो से तथ्य को छुपाकर जमीन अवाप्त करने का प्रयास कर रही हें ,,
इस अवसर पर स्वरुप सिंह आगोर ने कहा कि भादरेश में किसानो के साथ जो सरकार ने किया संबके सामने हें ,उन्होंने कहा की शिवकर की जमीन के अवाप्ति का कोई औचित्य नहीं हें ,कैलाश कोटडिया ने कहा की सरकार विकास के नाम पर बाड़मेर को गर्त में डाल रही हें ,उन्होंने कहा की सरकार ने इस परियोजना की अवाप्ति के लिए जनसुनवाई कर रही हें जिसका कोई औचित्य नहीं क्योंकि किसानो को यह भी पता नहीं की जमीन क्यों अवाप्त हो रही हैं सरकार को इसका जवाब देना होगा ..संस्था के द्वारा आयोजित धरने में शिवकर क्षेत्र के सैकड़ों किसानो ने हिस्सा लिया ,धरने पर रेवन्तसिंह, उदयसिह, पदमसिह, दुर्जनसिंह, पन्नेसिंह, मेवसिंह, अग्रेन्द्र कुमार मेगवाल, तमाचीराम मेगवाल, नारायणसिह, एडवोकेट डूगरसिह महेचा, एडवोकेट उदयभानुसिह मेवसिंह कुड़ला, विशनाराम मेगवाल संरपच, ईश्वरलाल सोनी, शम्भूसिंह, मूलाराम भाभू, छेलाराम मेघवाल, नरेन्द्रसिह खारा, रवि जैन, कपिल बोथरा, रमेशसिंह ईन्दा, ताराचन्द खत्री, डूगरसिंह गोरडिया, अशोक सारला, गोपालसिंह रावलोत, प्रवीणसिंह आगौर, रतनसिंह चूली, लक्ष्मणसिह गोदारा, सोहनसिंह शिवकर, मुकेश सोनी, हठेसिंह रामदेरिया, हयात खां, समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
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