रविवार, 21 अक्तूबर 2012

व्यवस्था के नाम पर खेला जा रहा है खेल : भाटी


व्यवस्था के नाम पर खेला जा रहा है खेल : भाटी


'मालिक बनो' प्रदेश यात्रा के पोकरण व चांधन पहुंचने पर किया स्वागत



पोकरण मालिक बनो प्रदेश यात्रा शनिवार को पोकरण पहुंचने पर पूर्व मंत्री एवं कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी का लोगों ने स्वागत किया गया। इस अवसर पर बस स्टैंड के सामने एक सभा का आयोजन किया गया।

सभा के मुख्य अतिथि कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी, अध्यक्षता श्री करण गौरक्षा सेना प्रमुख पूनम सिंह नरावत ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में राव रधुवीरसिंह बीकमपुर, भीख सिंह सांकड़ा, संत सतीश गिरी, महाराज, पांचू लाल नोख उपस्थित थे।

सभा को संबोधित करते हुए विधायक भाटी ने कहा कि सैकड़ों साल पहले अंग्रेजों ने हमारे देश पर अपना कब्जा करने के लिए जो खेल खेला था वहीं खेल आज सत्ता पर काबिज लोग व्यवस्था के नाम पर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1830 में अंग्रेज गवर्नर जनरल लार्ड मेटकाफ ने कहा था कि हमें इस देश को जीतना है तो हमें यहां की ग्राम सभाओं को तोडऩा होगा, कमोबेश यह काम अंग्रेजों के बाद अब नई सत्ता के लोग व अफसर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीनें छीनकर कंपनियों के हाथों में सौंपी जा रही है, जबकि गांवों में आज भी बड़ी संख्या में बेरोजगार भूमिहीन बैठे हैं। उन्होंने कहा कि किसान अब खेती बाड़ी करना चाहते हैं लेकिन उन्हें भूमि का आंवटन नहीं किया जा रहा है। जिससे किसानों को खेती करने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।

सभा संबोधित करते हुए एडवोकेट जुगलकिशोर व्यास ने कहा कि भूमि अवाप्ति कानून किसानों के हित को देखते हुए बनना चाहिए तथा किसानों को पेंशन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्षों पहले पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य वन, न्याय, खेती-बाड़ी की व्यवस्था समाज के अपने ही हाथों में थी तब सब कुछ ठीक ठाक था। उन्होंने कहा कि अब हालात यह है कि अफसरशाही ने व्यवस्था के नाम पर हमें गुलाम और खुद को ही मालिक बना लिया है।

पूनम सिंह नरावत ने कहा कि हम पूर्व की तरह शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, खेती और गांवों की व्यवस्था अपने हाथों में लें। हमारी यात्रा का उद्देश्य है कि गोचर, ओरण, तालाब आगोर सरंक्षण करने के लिए जागरूक बनाना, ग्राम स्वावलंबन पर किसानों को और कामगारों को प्रोत्साहित करना, कुटीर उद्योगों को गांव में ही औद्योगिक सरकारी दर्जा देना, जल, जंगल जमीन से जुड़े आमजन की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करना, गांव की जमीन गांव के भूमिहीनों को ही आवंटित करने, खेती योग्य जमीन का कंपनियों को आवंटन बंद करना, सभी बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता देने, सरकारी कामों में समाज की भागीदारी तय करना, रिकॉर्ड में भूल से दर्ज हो रही है गोचर, ओरण, तालाब आगोर का सर्वे कर दर्जा देना है।

इस अवसर पर कुन्दन सिंह, मनोहरसिंह, चन्द्रवीरसिंह, मूलसिंह भाटी, करण सिंह, रूपसिंह, नखतदान रतनू, रामप्रताप विश्नोई, हाथीसिंह, हनुमान सिंह, किशन सिंह, ताराचंद सुथार, हनुमान सिंह नरावत, उम्मेदसिंह, रावल राम, राजू राम सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे। मंच का संचालन सुभाष उज्जवल ने किया।

लोहारकी में हुआ आयोजन

मालिक बनो प्रदेश यात्रा के लोहारकी गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक गुलाबसिंह रावलोत, किसनसिंह, सुल्तान सिंह, देवीसिंह, समंदरसिंह, जूंजारसिंह, भोमसिंह सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया गया।

चांधन. मालिक बनो यात्रा शनिवार शाम चांदन कस्बे में पहुंची। यात्रा के कस्बे पहुंचने पर भारी तादाद में ग्रामीणों ने विधायक भाटी एवं यात्रा में शामिल अन्य सदस्यों का अभिनंदन किया। सभा को संबोधित करते हुए देवीसिंह भाटी ने कहा कि यह यात्रा आमजन को गरीब किसान को, बेरोजगार नौजवान को उसके मौलिक अधिकारी दिलाने के उद्देश्य को लेकर शुरू की गई है। राजस्थान के घर घर में पहुंचकर लोगों को उनके अधिकारों से अवगत करवाएंगे।

किसान नेता हाथीसिंह मूलाना ने जिले की भौगोलिक स्थिति एवं गोचर भूमि, कंपनियों को दी जाने वाली भूमि पर सरकार की नियत पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि चंद लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए गोचर भूमि पर अतिक्रमण बढ़ रहे है। कृषि योग्य भूमि कंपनियों को दी जा रही है। यात्रा में शामिल बीकमपुर राव रघुवीरसिंह ने कहा कि जिले में पर्याप्त भूमि है फिर भी कई लोग भूमि हीन है। सरकार भूमिहीनों को भूमि देने के बजाए कंपनियों भू माफियाओं को लाभ पहुंचाकर अपनी जेबें भर रही है। इस अवसर पर मदनसिंह बज्जू, मग सिंह भाटी, बचन सिंह, इसाकखां, गोपालसिंह, सगतसिंह भाटी, भैरु लाल सैन, दानसिंह, कंवराजसिंह सहित अन्य उपस्थित थे।






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