नई दिल्ली. इंदौर के औद्योगिक घराने राठी स्टील घराने की बहू आकांक्षा राठी (32) की 23 अक्टूबर को द्वारका स्थित मायके में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मायके वालों ने बताया कि उनकी बेटी ने कपड़े से खुद ही अपना गला घोंट लिया है। परिजनों के बयान को पुलिस संदेह से देख रही है। दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस अतिरिक्त आयुक्त एके ओझा ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया है, अभी रिपोर्ट आना बाकी है।
पुलिस के मुताबिक 22 अक्टूबर मध्य रात्रि को आकांक्षा को अचेत अवस्था में उसके परिवार वाले वसंत कुंज के रॉकलैंड अस्पताल लेकर आए थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका के गले में कपड़ा लिपटा हुआ था। अस्पताल से पुलिस को मामले की जानकारी मिली। आकांक्षा राठी स्टील की डायरेक्टर भी थीं।
चार सितंबर को पति अनिरुद्ध राठी की मृत्यु हो जाने के बाद से ही आकांक्षा अपने मायका द्वारका सेक्टर-तीन संसद विहार अपार्टमेंट में अपने परिजनों के साथ रह रही थी। पुलिस के मुताबिक आकांक्षा के परिजनों का कहना है कि पति की मौत के बाद से वह काफी दुखी थी।
22 अक्टूबर की रात को जब वह काफी समय तक कमरे से बाहर नहीं आई तो वह उसके कमरे में गए। देखा कि उसने कपड़े से खुद का गला घोंट लिया है। बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया पति की मौत से करीब सप्ताह भर पहले मृतका ने इंदौर पुलिस को ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई थी। साथ ही मृतक द्वारा खुद अपना गला दबाने की बात भी पुलिस के गले नहीं उतर रही है।
मायके वालों ने बताया कि उनकी बेटी ने कपड़े से खुद ही अपना गला घोंट लिया है। परिजनों के बयान को पुलिस संदेह से देख रही है। दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस अतिरिक्त आयुक्त एके ओझा ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया है, अभी रिपोर्ट आना बाकी है।
पुलिस के मुताबिक 22 अक्टूबर मध्य रात्रि को आकांक्षा को अचेत अवस्था में उसके परिवार वाले वसंत कुंज के रॉकलैंड अस्पताल लेकर आए थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका के गले में कपड़ा लिपटा हुआ था। अस्पताल से पुलिस को मामले की जानकारी मिली। आकांक्षा राठी स्टील की डायरेक्टर भी थीं।
चार सितंबर को पति अनिरुद्ध राठी की मृत्यु हो जाने के बाद से ही आकांक्षा अपने मायका द्वारका सेक्टर-तीन संसद विहार अपार्टमेंट में अपने परिजनों के साथ रह रही थी। पुलिस के मुताबिक आकांक्षा के परिजनों का कहना है कि पति की मौत के बाद से वह काफी दुखी थी।
22 अक्टूबर की रात को जब वह काफी समय तक कमरे से बाहर नहीं आई तो वह उसके कमरे में गए। देखा कि उसने कपड़े से खुद का गला घोंट लिया है। बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया पति की मौत से करीब सप्ताह भर पहले मृतका ने इंदौर पुलिस को ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई थी। साथ ही मृतक द्वारा खुद अपना गला दबाने की बात भी पुलिस के गले नहीं उतर रही है।
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