जैसलमेर पैसे वालों के लिए जवाहर कॉलोनी !
जैसलमेर नगरपरिषद की जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना पैसे वालों के लिए तैयार की गई हैं। कॉलोनी का तैयार किया गया प्लान शायद यही साबित कर रहा है। आम आदमी के साथ इस आवासीय योजना में छलावा किया गया है। कॉलोनी के नियम व शर्ते शायद यही बयां कर रही है। हालांकि इस योजना में सरकारी कर्मचारियों के लिए भूखंड आरक्षित है लेकिन उनकी तनख्वाह को ही ध्यान में रखकर आवंटन प्रक्रिया तैयार की गई है जिससे अल्प आय वर्ग के लोग इससे दूर होते नजर आ रहे हैं।
जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना में कुल 1 हजार 97 भूखंड लॉटरी से आवंटित किए जाएंगे। आवेदन प्रक्रिया 2 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। इसमें 30 गुणा 60 के 744 और 25 गुणा 50 के 353 भूखंड है। नगरपरिषद की शर्तों में 20 हजार से ज्यादा आय वाले 30 गुणा 60 के लिए आवेदन कर सकते हैं और उससे कम आय वाले 25 गुणा 50 वाले भूखंड के लिए। ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि अधिक आय वालों को ध्यान में रखकर ही यह योजना बनाई गई है। यदि ऐसा नहीं होता तो 30 गुणा 60 के भूखंड ज्यादा क्यों रखे गए हैं और 25 गुणा 50 के भूखंडों की संख्या कम क्यों है। नगरपरिषद की इस एक मात्र शर्त की वजह से हजारों लोग 30 गुणा 60 के भूखंड के लिए आवेदन करने से ही वंचित रह जाएंगे।
आम आदमी के साथ छलावा साबित हो रही है, जिसकी तनख्वाह अच्छी है उनको ध्यान में रखकर कॉलोनी का प्लान तय किया गया है
20 हजार से अधिक तनख्वाह वालों के लिए मौका
नगरपरिषद की इस आवासीय योजना में 20 हजार से ज्यादा तनख्वाह पाने वालों के पास अधिक मौका है। क्योंकि 1097 भूखंडों में 744 भूखंड 30 गुणा 60 के है जिसके लिए 20 हजार से अधिक तनख्वाह वाला ही आवेदन कर सकता है। जो लोग इंकम टैक्स के दायरे में आते हैं वे ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि नगरपरिषद को आम आदमी के लिए यह आवासीय योजना तैयार करनी होती तो 25 गुणा 50 के भूखंडों की संख्या ज्यादा रखते या फिर 20 हजार से अधिक तनख्वाह वाली शर्त नहीं रखते।
और इधर 45 हजार से ज्यादा वाला आवेदन ही नहीं कर सकता
दूसरी तरफ 45 हजार से ज्यादा जिसकी आय है वह इस आवासीय योजना में आवेदन ही नहीं कर सकता है। एक तरफ 20 हजार से अधिक आय रखी गई है तो दूसरी 45 हजार तक सीमित आय रखी गई है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जिनकी आय 45 हजार से अधिक है और ऐसे भी मामले हैं जिनमें पति पत्नी की आय 45 हजार से ज्यादा है, तो ये सब इस प्रस्तावित योजना से वंचित रह जाएंगे।
10 हजार से अधिक आवेदन बिके
जवाहर लाल नेहरू कॉलोनी के प्रति जैसलमेरवासियों सहित बाहरी लोगों में भी जबरदस्त क्रेज नजर आ रहा है। 10 दिनों में लगभग 10 हजार से अधिक आवेदन बिक चुके हैं। उम्मीद लगाई जा रही है कि 1097 भूखंडों के लिए 50 हजार से भी अधिक आवेदन होंगे। वर्तमान में आवेदन लेने के लिए जहां बैंकों में भीड़ उमड़ रही है वहीं मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी तहसील कार्यालय में लोग पहुंच रहे हैं। बिना मूल निवास के आवेदन नहीं किया जा सकता है।
॥पूर्व में कई कॉलोनियां काटी गई है वह आम आदमी के लिए ही थी। इसमें सीनियर टाउन प्लानर द्वारा जो नक्शा तैयार किया गया है उसमें बड़े भूखंड ज्यादा है। आय के संबंध में जो नोम्र्स है उनके अनुसार ही शर्ते रखी गई है। फिर भी मामले को दिखवाएंगे। ञ्जञ्ज
आर.के. माहेश्वरी, आयुक्त, नगरपरिषद
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