बुधवार, 10 अक्टूबर 2012

ऎसा सीएम जिसके पास न घर न कार



ऎसा सीएम जिसके पास न घर न कार
अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार शायद देश के पहले ऎसे सीएम हैं जिनके पास न तो खुद का घर है और न ही कार। उनका एसबीआई में खाता है जिसमें 17 सितंबर तक सिर्फ 6 हजार 500 रूपए जमा थे। सरकार को जो सैलरी मिलती है वह भी पार्टी (सीपीआईएम)को दान कर देते हैं। इसके बदले उन्हें हर महीने भत्ते के रूप में पांच हजार रूपए मिलते हैं।

पत्नी की पेंशन से चल जाएगा काम

सरकार से पूछा गया कि जब वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे तो घर कैसे चलाएंगे तो उन्होंने कहा कि पत्नी की पेंशन से काम चल जाएगा। सरकार की पत्नी पांचाली भट्टाचार्य सेन्टर वेलफेयर बोर्ड में नौकरी करती थी। वे पिछले साल रिटायर हो गई। सरकार दफ्तर के अलावा कहीं सरकारी गाड़ी में नहीं जाते। उनकी पत्नी भी सरकारी गाड़ी का उपयोग नहीं करती है। पांचाली को अगर किसी काम से बाहर जाना होता है तो वे रिक्शा में ही जाती है। उनकी सुरक्षा पर कोई खर्चा नहीं होता क्योंकि कोई सुरक्षा गार्ड नहीं है।
सिर्फ दो शौक,तंबाकू सूंघना और सिगरेट पीना

सरकार ने बताया कि उनके सिर्फ दो शौक हैं। तंबाकू सूंघना और चारमीनार सिगरेट पीना। इसके अलावा कोई खर्चा नहीं है। मुख्यमंत्री के बेडरूम में एक म्यूजिक सिस्टम लगा है। जब फुर्सत में होते हैं तो भीमसेन जोशी के गाने सुनते हैं।


पांचाली पति के काम में दखल नहीं देती। सात साल पहले सरकार ने फैसला किया कि वे अगरतला की सड़कों पर सुबह की सैर करेंगे। इससे उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारी घबरा गए। उन्होंने सरकार की पत्नी से कहा कि वे उन्हें मनाएं। इस पर पांचाली ने अपने पति को घर में ही एक्सरसाइज करने को कहा।

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