कोलंबो. मेजबान श्रीलंका को 36 रन से हरा कर कैरिबियाई टीम ने आईसीसी ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किया।
आर प्रेमदासा स्टेडियम में हुए खिताबी मुकाबले में वेस्ट इंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 137 रन बनाए। सैम्युअल्स ने 78 और कप्तान डैरेन सैमी ने नाबाद 26 रन की पारी खेली। श्रीलंका के लिए अजंथा मेंडिस ने 11 रन देकर 4 विकेट चटकाए।
जवाब में पूरी श्रीलंकाई टीम 18.4 ओवरों में 101 रन बना कर ऑल आउट हो गई। कप्तान महेला जयवर्धने ने 33, नुवान कुलसेखरा 26 और कुमार संगकारा ने 22 रन की पारियां खेलीं, लेकिन वे टीम को जीत नहीं दिला सके। वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों ने श्रीलंका को उसी के घरेलू मैदान पर रनों के लिए तरसा दिया। जयवर्धने, कुलसेखरा और संगकारा के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सका।
मार्लन सैम्युअल्स और सुनील नारायण इस जीत के हीरो रहे। सैम्युअल्स ने जहां 78 रन की तेज पारी खेल कर टीम को 137 रन का विनिंग स्कोर खड़ा करने में मदद की, वहीं नारायण ने 3 विकेट चटका कर जीत की राह आसान की।
वेस्ट इंडीज की टीम ने 33 साल बाद क्रिकेट के वर्ल्ड चैंप होने का रुतबा हासिल किया। इससे पहले क्लाइव लॉयड की अगुवाई वाली कैरिबियाई टीम ने 1979 में इंग्लैंड को हरा कर वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।
56 गेंदों पर 78 रन बनाने वाले सैम्युअल्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया। ऑस्ट्रेलिया के शेन वाटसन को मैन ऑफ द सीरीज अवार्ड से नवाजा गया।
वेस्ट इंडीज को फाइनल तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले क्रिस गेल इस मैच में फेल हुए, लेकिन इसके बावजूद कैरिबियाई टीम ने हौसला नहीं खोया। मार्लन सैम्युअल्स ने तेज तर्रार पारी खेल कर टीम की जीत की नींव रखी। इसके बाद सुनील नारायण ने कप्तान डैरेन सैमी के साथ मिल कर टीम को खिताब दिला दिया। नारायण ने जहां 9 रन देकर 3 विकेट चटकाए, वहीं सैमी ने 6 रन देकर 2 विकेट झटके।
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