शादी से इनकार पर 15 लाख हर्जाना!
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक किशोरी ने बचपन में तय किए गए रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया तो वर पक्ष ने हर्जाना के तौर पर उसके परिवार से 15 लाख रूपए की मांग की और हर्जाना न देने पर गांव को आग के हवाले करने की चेतावनी भी दे डाली। नातरा प्रथा के कारण किशोरी का परिवार भारी मुसीबत में फंस गया है।
यह मामला महिला जनसुनवाई के दौरान सामने आया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर.के.एस. सगर ने रविवार को बताया कि राजगढ़ इलाके के बारमा मलवर की एक लड़की ने शिकायत की है कि वह अभी 10वीं में पढ़ रही है और उस पर शादी का दवाब है। वह उससे शादी नहीं करना चाहती, जिससे बचपन में रिश्ता तय हुआ था।
जानकारी के अनुसार, राजगढ़ व उसके आसपास के इलाके में नातरा प्रथा प्रचलित है। इस प्रथा के मुताबिक लड़का व लड़की जब कुछ माह के होते हैं, तभी उनका रिश्ता तय कर दिया जाता है। इसके लिए एक रस्म भी होती है, जिसमें लड़के पक्ष के सदस्य लड़की पक्ष को बतौर रकम देतेे हैं। यह रकम रिश्ते की पेशगी मानी जाती है। जब लड़की पक्ष रिश्ता तोड़ लेता है तो उसे हर्जाना देना होता है।
लड़की ने पुलिस अधिकारी सहित अन्य को बताया है कि बचपन में उसका रिश्ता कल्लीखेड़ी गांव में तय हुआ था। वहां शादी न करने पर 15 लाख रूपए की मांग की जा रही है। उसकी मां मजदूरी कर परिवार चलाती है। इतनी बड़ी रकम चुकाना उसके वश की बात नहीं है। लगातार मिल रही धमकियों के चलते वह अपने मामा के गांव चली गई है।
बताया गया है कि लड़की पढ़ाई कर रही है, जबकि जिस लड़के से रिश्ता तय हुआ है, वह अनपढ़ है और कुएं में गिर जाने से अपाहिज भी हो गया है। लड़की ऎसे लड़के से शादी नहीं करना चाहती है।
सगर ने कहा कि लड़की की उम्र अभी शादी की नहीं है। साथ ही कोई दवाब डालकर ऎसा कर भी नहीं सकता। पुलिस ने धमकाने वालों को साफ तौर पर हिदायत दे दी है कि अगर उन्होंने लड़की के परिजनों को परेशान किया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानते हैं कि इस तरह की प्रथा इस इलाके में वर्षो से चली आ रही है। बच्चों के जन्म के कुछ दिन बाद ही उनके रिश्ते तय हो जाते हैं। नातरा प्रथा में आगे चलकर विवाद भी सामने आते हैं, क्योंकि जब भी रिश्ते को मानने से इनकार किया जाता है तो कई वर्षो पूर्व दी गई रकम को ब्याज सहित चुकाने की मांग की जाती है।
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक किशोरी ने बचपन में तय किए गए रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया तो वर पक्ष ने हर्जाना के तौर पर उसके परिवार से 15 लाख रूपए की मांग की और हर्जाना न देने पर गांव को आग के हवाले करने की चेतावनी भी दे डाली। नातरा प्रथा के कारण किशोरी का परिवार भारी मुसीबत में फंस गया है।
यह मामला महिला जनसुनवाई के दौरान सामने आया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर.के.एस. सगर ने रविवार को बताया कि राजगढ़ इलाके के बारमा मलवर की एक लड़की ने शिकायत की है कि वह अभी 10वीं में पढ़ रही है और उस पर शादी का दवाब है। वह उससे शादी नहीं करना चाहती, जिससे बचपन में रिश्ता तय हुआ था।
जानकारी के अनुसार, राजगढ़ व उसके आसपास के इलाके में नातरा प्रथा प्रचलित है। इस प्रथा के मुताबिक लड़का व लड़की जब कुछ माह के होते हैं, तभी उनका रिश्ता तय कर दिया जाता है। इसके लिए एक रस्म भी होती है, जिसमें लड़के पक्ष के सदस्य लड़की पक्ष को बतौर रकम देतेे हैं। यह रकम रिश्ते की पेशगी मानी जाती है। जब लड़की पक्ष रिश्ता तोड़ लेता है तो उसे हर्जाना देना होता है।
लड़की ने पुलिस अधिकारी सहित अन्य को बताया है कि बचपन में उसका रिश्ता कल्लीखेड़ी गांव में तय हुआ था। वहां शादी न करने पर 15 लाख रूपए की मांग की जा रही है। उसकी मां मजदूरी कर परिवार चलाती है। इतनी बड़ी रकम चुकाना उसके वश की बात नहीं है। लगातार मिल रही धमकियों के चलते वह अपने मामा के गांव चली गई है।
बताया गया है कि लड़की पढ़ाई कर रही है, जबकि जिस लड़के से रिश्ता तय हुआ है, वह अनपढ़ है और कुएं में गिर जाने से अपाहिज भी हो गया है। लड़की ऎसे लड़के से शादी नहीं करना चाहती है।
सगर ने कहा कि लड़की की उम्र अभी शादी की नहीं है। साथ ही कोई दवाब डालकर ऎसा कर भी नहीं सकता। पुलिस ने धमकाने वालों को साफ तौर पर हिदायत दे दी है कि अगर उन्होंने लड़की के परिजनों को परेशान किया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानते हैं कि इस तरह की प्रथा इस इलाके में वर्षो से चली आ रही है। बच्चों के जन्म के कुछ दिन बाद ही उनके रिश्ते तय हो जाते हैं। नातरा प्रथा में आगे चलकर विवाद भी सामने आते हैं, क्योंकि जब भी रिश्ते को मानने से इनकार किया जाता है तो कई वर्षो पूर्व दी गई रकम को ब्याज सहित चुकाने की मांग की जाती है।
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