मंगलवार, 18 सितंबर 2012

असंगठित मजदूरों का संगठित होना जरुरी : धोलिया


भाजपा ने असंगठित मजदूरों की समस्याओं को समझा है

बाड़मेर मदरसा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व भाजपा मजदूर महासंघ राजस्थान के प्रभारी हिदायत खान ने केन्द्र सरकार व राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस सरकार ने गरीबों के नाम पर राज किया है उनके लिए कोई कार्य नहीं किया केवल अपनी लालसा पूरी की है। खान ने मंगलवार को स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा ने असंगठित तबके के मजदूरों को संगठित कर मजदूरों की समस्याओं को समझा व समाधान का प्रयास किया तथा राज्य व केन्द्र सरकार के कानून कायदे से मजदूरों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए तथा इस मजदूर संगठन की ताकत को दिखाने के लिए 25 सितंबर को रामलीला मैदान में 1 लाख से अधिक मजदूरों को एकत्र किया जाएगा। जिसमें राजस्थान से भी करीब 20 से 25 हजार मजदूर वर्ग भाग लेंगे व इस प्रदर्शन के माध्यम से केन्द्र सरकार को मजदूरों की समस्याओं से अवगत करवाया जाएगा । इस सभा को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवानी, सुषमा स्वराज प्रहलाद पटेल अध्यक्ष मजदूर संघ आदि संबोधित करेंगे। राज्य सरकार के बारे में बताते हुए खान ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं हैं तथा जैसलमेर में सरकार अपने खजाने को भी सुरक्षित नहीं रख पा रही है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रह पाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महंगाई व भ्रष्टाचार पर कोई लगाम नहीं है तथा यह बेलगाम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ घोषणाएं ही की है तथा उसे लागू करने की कोई मंशा नहीं है। वर्तमान राज्य सरकार राजस्थान को 5 साल पीछे ले गई है। असंगठित मजदूरों के पंजीयन के बारे में उन्होंने कहा कि पंजीयन की प्रक्रिया जटिल है जिससे आम आदमी अपना पंजीयन भी नहीं करा सकता जबकि दूसरे प्रदेशों में पंजीयन ग्राम स्तर पर किया जाता है।

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