रविवार, 2 सितंबर 2012

शहीद को विंग कमांडर पत्नी ने दिया आखिरी सलाम, तो छलक उठी हर आंख

शहीद को विंग कमांडर पत्नी ने दिया आखिरी सलाम, तो छलक उठी हर आंख

जयपुर.गुजरात के जामनगर में 30 अगस्त को एमआई-17 हेलिकॉप्टरों की भिडं़त में शहीद हुए विंग कमांडर विक्रम सिंह की पार्थिव देह एयरफोर्स स्टेशन से शनिवार सुबह 9:47 बजे आदर्श नगर श्मशान घाट पहुंची। पत्नी विंग कमांडर तरुणा सिंह कांधा देने आगे बढ़ीं, पर बिखलते बेटे को देखकर परिजनों ने रोक दिया। शहीद को 21 बंदूकों से सलामी दी गई। फ्लाइंग ऑफिसर विक्रम सिंह पिछले माह ही पठानकोट में एयरफोर्स के कमान चीफ के पद पर पदोन्नत हुए थे। पहले बेटे को संभालती रहीं : विक्रम सिंह की अंत्येष्टि के दौरान पत्नी तरुणा जज्बात दबाकर डटी रहीं। कभी 10 साल के बेटे वरुण को संभाला तो कभी अन्य परिजनों को। खुद का दिल दहाड़े मार रहा था। आत्मा रो रही थी, पर आंखों से आंसू नहीं निकलने दिए। फिर खुद को नहीं संभाल पाईं : तरुणा ने पति को अंतिम सलामी दी। जैसे ही बेटे ने मुखाग्नि दी, उनके सब्र का बांध टूट गया। फख्र से सीना ताने खड़ी तरुणा निढाल हो गईं। फूट-फूटकर रो पड़ीं।

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