गुरुवार, 6 सितंबर 2012

जैसलमेर विधायक व एसीईओ भिड़े

जैसलमेर विधायक व एसीईओ भिड़े

जैसलमेर। जैसलमेर के जिला परिषद कक्ष का ताला तोड़कर वहां मौजूद रिकार्ड से छेड़छाड़ करने के मामले ने मंगलवार को तूल पकड़ लिया। बात इतनी बढ़ गई कि जिलापरिषद मे युवाओं की भीड़ जमा हो गई और विधायक छोटूसिंह भाटी की अगुवाई मे भाजपा कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे। इस दौरान विधायक भाटी ने जिलापरिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल के सामने रोष जताया कि एक दिन पहले सोमवार को थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियो के दस्तावेजो की जांच के दौरान संदेह होने के बावजूद संबंधित कार्मिको ने वरिष्ठ अधिकारियो को इस संबंध मे अवगत क्यों नहीं कराया, जो कि किसी भी लिहाज से उचित नहीं कहा जा सकता।

उन्होने इस बात पर भी रोष जताया कि यह युवाओं के भविष्य का मामला था, इसलिए संबंधित रिकार्ड की सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था करनी थी, जो कि नहीं की गई। इस बीच जब इस मामले मे भाजपा कार्यकर्ताओ की ओर से जिलापरिषद के कार्मिको की मिलीभगत होने का आरोप लगाया तो जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार व विधायक भाटी आपस मे उलझ पड़े। सीईओ को समझाइश कर दोनो को शांत करवाना पड़ा। पुलिस मे रिपोर्ट दर्ज कराने पर ही मामला शांत हो पाया। इस दौरान जिलापरिषद के बाहर युवाओं की भीड़ जमा हो गई। विधायक के साथ मनोहरसिंह अड़बाला, ओम सेवक, भगवानसिंह, एबीवीपी के जिला संयोजक लालूसिंह सहित अन्य लोग थे।

कार्यालय खुलते ही हड़कंप
इससे पूर्व मंगलवार सुबह जिलापरिषद कार्यालय खुलते ही हड़कंप मच गया। जब कार्यालय का ताला खोला गया तो एक कक्ष का ताला गायब था और उसकी कुंडी टूटी हुई थी। भीतर जाकर जब रिकार्ड को संभाला गया तो एक रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद वहां कार्यरत अधिकारियो व कर्मचारियो मे हड़कंप मच गया। जिलापरिषद कार्यालय की छत के दरवाजे की कुंडी भी टूटी हुई थी। पुलिस ने इस संबंध में जिलापरिषद की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है। दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि अज्ञात व्यक्ति रात्रि मे कार्यालय मे घुसे और ताला तोड़कर हरिकिशन बाना के फार्म से छेड़छाड़ की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच उपनिरीक्षक चिमनाराम को सौंपी है।

महंगी पड़ी लापरवाही
दस्तावेज की जांच के दौरान गड़बड़झाला उजागर होने के बाद उसकी अनदेखी विभाग को भारी पड़ गई। दरअसल गत सोमवार को दस्तावेज की जांच के दौरान हिंदी विषय मे वरीयता सूची मे शामिल एक अभ्यर्थी के हस्ताक्षरो का मिलान नहीं होने से वहां मौजूद कार्मिकों को संदेह हुआ, तो उन्होने संबंधित अभ्यर्थी को भीड़ अधिक होने के कारण बाद मे आने की बात कही। इसके बाद वह अभ्यर्थी वापिस नहीं लौटा। मंगलवार को भी दस्तावेजो की जांच का दिन होने के कारण कार्यरत कर्मचारियो ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब सुबह कक्ष के ताले टूटे मिले और एक अभ्यर्थी के फार्म के साथ छेड़छाड़ की हुई मिली, वहीं फोटो भी दूसरा लगा मिला तो हड़कंप मच गया।

इन्होने कहा
यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस मे मामला दर्ज करवाया गया है, लेकिन विभाग की ओर से भी जांच करवाई जा रही है।
-बलदेवसिंह उज्ज्वल मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिलापरिषद, जैसलमेर

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